Badi Door Se Chal Ke Main Khatu Nagari Aaya Bhajan Lyrics
बड़ी दूर से चल कर के मैं खाटू नगरी आया,
तरह तरह का देसी खाना तेरी खातिर लाया,
सुन के टपकन लागि राल बाबा खा ले खा ले,
खा के हो जायेगा निहाल बाबा खा ले खा ले,
चूरमा देसी घी का बना से,
मेवा रे मिशरी माहे मिला से,
ओ संग में पचमेला है दाल बाबा खा ले खा ले,
ओ सब पे हो जाता निहाल बाबा खा ले खा ले,
खाना बना सा कमाल,
पेड़ा बर्फी रस मिलाई छाश रावडी खीर बनाई,
ओ पीये भर भर के थाल बाबा खा ले खा ले,
खाना बना सा कमाल............
खीचड़ भी बनवा के लाया,
मीठा ऊपर त बुरकाया,
घी के पिलये भर भर घाल बाबा खा ले खा ले,
खाना बना सा कमाल,
खाया नहीं ज अब यो खाना,
भीम सैन सदा देगा उल्हाना,
इब नु बाता में टाल बाबा खा ले खा ले,
खा के हो जायेगा निहाल बाबा खा ले खा ले, भजन कीर्तन के लिए एक अच्छा समय वह समय है जब आप आराम से और ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। यदि आप सुबह उठते ही भजन कीर्तन करते हैं, तो यह आपको दिन की शुरुआत करने और अपने मन को शांत करने में मदद कर सकता है। यदि आप शाम को भजन कीर्तन करते हैं, तो यह आपको तनाव को दूर करने और शांति पाने में मदद कर सकता है।
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Author - Saroj Jangir
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