श्री संणु जी की आरती लिरिक्स Sanu Ji Ki Aarti Lyrics

श्री संणु जी की आरती लिरिक्स Sanu Ji Ki Aarti Lyrics SHRI SANU JI KI AARTI

धूप दीप घुत साजि आरती |
वारने जाउ कमलापति || १ ||
मंगलाहरि मंगला |
नित मंगल राजा राम राई को ||
रहउ०उत्तम दियरा निरमल बाती |
तुही निरंजन कमला पाती |
रामा भगति रामानंदु जानै |
पूरन परमानन्द बखानै |
मदन मूरति भै तारि गोबिन्दे |
सैणु भणै भजु परमानन्दे |
धूप दीप घुत साजि आरती।
वारने जाउ कमलापति।
मंगलाहरि मंगला।
नित मंगल राजा राम राई को।
उत्तम दियरा निरमल बाती।
तुही निरंजन कमला पाती।
रामा भगति रामानंदु जानै।
पूरन परमानन्द बखानै।
मदन मूरति भै तारि गोबिन्दे।
सैणु भणै भजु परमानन्दे।

Dhup Deep Gat Saajee Aaratee
Vaarne Jau Kamalaapati || 1 ||
Mangalaahaaree Mangala
Nit Mangal Raaja Raam Raay Ko ||
Rahahu Uttam Diyaara Nirmal Baatee
Tum Niranjan Kamala Ko Khojo
Raam Bhagati Raamaanandu Jaanee
Pooran Paramaanand Bakhaanai
Madan Kee Moorti Toree Gobind Hai
Sinu Bhaani Bhaju Paramaanande

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