उठ कर ले भजन भगवान का भजन

उठ कर ले भजन भगवान का भजन

उठ कर ले भजन भगवान का, तेरे जीवन का तो यही सार है
बिना बंदगी भजन भगवान के, तेरा जीवन यूं ही बेकार है
उठ कर ले भजन भगवान का...

जन्म मिला तुझे अनमोल हीरा, माटी में क्यों खो दिया,
जिस मार्ग से जाना तुझे था, उसी में काँटों को बो दिया ।
यह न जाना कि झूठा संसार है, और झूठी यह मौज बहार है,
यह दुनियां तो मेला चंद रोज़ का, आखिर तो यहां अंधकार है ॥
उठ कर ले भजन भगवान का

इस दुनियां की मोह ममता में, तूने प्रभु को भुला दिया,
विषय विकारों बद कर्मों में, जीवन सारा लुटा दिया ।
जिस नईया में तूँ सवार है, व्ही नईया तेरी मंझधार है,
बिना भजन धर्म पतवार के, कभी होगा न बेडा पार है ॥
उठ कर ले भजन भगवान का...

भूखा मरे कोई प्यासा मरे पर, तुझको किसी की फ़िक्र नहीं,
सत्य अहिंसा दया धर्म का, तेरी ज़ुबान पर ज़िक्र नहीं ।
सारी बीती उम्र यूं ही झूठ में, बेईमानी से किया व्यपार है,
जरा मन में तूँ अपने सोच ले, तूने कौन सा किया उपकार है ॥
उठ कर ले भजन भगवान का...

पाप करो चाहे करो भलाई, ऐसा कभी नहीं हो सकता,
औरों को दुःख देगा तो खुद भी, सुख से कभी नहीं सो सकता ।
जैसा बोएगा वैसा काट ले, यही कर्मो का खुला बज़ार है,
जिन्न कर्मों के जीते जीत है,उन कर्मों के हारे हार है ॥
उठ कर ले भजन भगवान का...

दुनियां में रहकर जीते जो मन को, वो प्राणी सभसे बलवान है,
छोड़ दे तूँ बदीओं को नाहक, इसमें तेरा कलियाण है ।
भव सागर से भी तर जाएगा, गर तेरा पर्भू से सच्चा प्यार है,
जो भक्ति की आँखों से देखता, उसे प्रीतम का होवे दीदार है ॥
उठ कर ले भजन भगवान का।
 

उठ करले भजन भगवान का ~ Uth Karle Bhajan Bhagwan Ka ~ Orignal Singer Bhagat Ram Niwas

यह भजन मन को जागृत करता है कि भगवान का भजन ही जीवन का सच्चा सार है। अनमोल मानव जन्म को मोह-ममता और विषय-विकारों में गँवाना संसार के झूठे मेलों में भटकना है। बिना भक्ति और धर्म की पतवार के जीवन की नैय्या मझधार में फँस जाती है। सत्य, अहिंसा, और दया को भूलकर, झूठ और बेईमानी में उम्र बिता देना व्यर्थ है। कर्मों का बाजार साफ है—जैसा बोओगे, वैसा काटोगे। सच्ची भक्ति और प्रभु का प्यार ही मन को बलवान बनाता है, और भवसागर से पार लगाता है। जो भक्ति की आँखों से देखता है, उसे प्रभु का दीदार मिलता है। यह भक्ति का रस है, जो सिखाता है कि बुराइयों को त्यागकर, भगवान के भजन में डूबकर ही जीवन सार्थक होता है।
 
Bhajan :- Uth Karle Bhajan Bhagwan Ka
Singer :- Bhagat Ram Niwas
Label :- Superline VIDEO 

Uth Kar Le Bhajan Bhagavaan Ka, Tere Jivan Ka To Yahi Saar Hai
Bina Bandagi Bhajan Bhagavaan Ke, Tera Jivan Yun Hi Bekaar Hai
Uth Kar Le Bhajan Bhagavaan Ka...
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