हारे का सहारा श्याम धणी लिरिक्स Hare Ka Shyam Dhani Lyrics
क्यों दर दर ठोकर खाता है,क्यों श्याम शरण नहीं जाता है,
क्यों जीवन व्यर्थ गवाता है,
क्या तुम को नहीं पता,
हारे का सहारा श्याम धणी,
भक्तों का प्यारा श्याम धणी।
जो तू श्याम शरण में जाएगा,
मेरा वादा है खाली नहीं आएगा,
जब देता है देता है छप्पर फाड़ सांवरे,
खाटू नगरी में बैठा झंडा गाड़ सांवरे ,
हारे का सहारा श्याम धणी,
भक्तों का प्यारा श्याम धणी।
जब श्याम लगन लग जाएगी,
सोइ किस्मत तेरी जग जाएगी,
तू बाबा की मस्ती में होजा चूर बाँवरे,
श्याम बाबा नहीं होगा तुमसे दूर बाँवरे,
हारे का सहारा श्याम धणी,
भक्तों का प्यारा श्याम धणी।
बाबा देव बड़ा बलबनी है,
बाबा श्याम शीश का दानी है,
पप्पू शर्मा का चरणों में गुजारा हो गया,
श्याम बाबा खाटू का हमारा हो गया,
हारे का सहारा श्याम धणी,
भक्तों का प्यारा श्याम धणी।