ज्योतिस्वरूप तव ज्योति जले लिरिक्स Jyotiswarop Tav Jyoti Jale Lyrics, Devotional Bhajan Lyrics Hindi भजन लिरिक्स हिंदी
ज्योतिस्वरूप तव ज्योति जले,मम मन-मंदिर के कोने में |
मिट जाए अविद्या अँधियारा,
मिट जाए अविद्या अँधियारा,
साधक हो मोक्ष जोहने में ||
माया मृगतृष्णा का जल है,
माया मृगतृष्णा का जल है,
मन-मृग इस पर भरमाता था |
रवि किरणों को जल जान उधर,
रवि किरणों को जल जान उधर,
यह भटक-भटक चकराता था ||
सत्यार्थ-प्रकाश हुआ अब तो,
सत्यार्थ-प्रकाश हुआ अब तो,
शरणागत हूँ अति आरत हूँ |
दुख-भंजन टेर सुनो वर दो,
दुख-भंजन टेर सुनो वर दो,
नतमस्तक हाथ पसारत हूँ ||
पापों के मल से दूर रहूँ,
पापों के मल से दूर रहूँ,
शुभ भक्ति रसामृत पान करूँ |
निज जीवन विमल बनाने को,
निज जीवन विमल बनाने को,
हे नाथ तुम्हारा ध्यान धरूँ||