जब जब प्रेमी कहीं पे कोई रोता है भजन

जब जब प्रेमी कहीं पे कोई रोता है भजन

 
जब जब प्रेमी कहीं पे कोई रोता है लिरिक्स Jab Jab Premi Kahi Pe Lyrics

जब जब प्रेमी,
कहीं पे कोई रोता है,
आँख के आंसू से,
चरण को धोता है,
अक्सर तन्हाई में,
तुझे पुकारे,
ना जोर दिल पे चले,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।

तू है मेरा एक सांवरा,
मैं हूँ तेरा एक बांवरा,
सुनाता नहीं मेरी भला क्यों,
इतना बता दे क्या माजरा,
आता नहीं है समझ कुछ मुझे,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।

क्या दूँ तुझे क्या है मेरा,
जो है मेरा सब है तेरा,
तुमने दिया मुझको प्रभु सब,
दिल की कहूं सुनलो प्रभु अब,
तेरे भरोसे रहूं सांवरे,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।

तू साथ है तो डर ना सताए,
हर वक्त मेरा साथ निभाए,
खाटु बुलाकर दुखड़े मिटाए,
कैसे कन्हैया कर्जे चुकाए,
इतना बता दे मुझे सांवरे,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।

जब जब प्रेमी,
कहीं पे कोई रोता है,
आँख के आंसू से,
चरण को धोता है,
अक्सर तन्हाई में,
तुझे पुकारे,
ना जोर दिल पे चले,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
 
यह भजन कृष्ण भगवान की भक्ति में समर्पित है। भजन में भक्त कृष्ण भगवान से अपने जीवन में आने वाली समस्याओं और कठिनाइयों में उनका साथ देने की विनती करता है। भक्त कृष्ण भगवान से यह भी विनती करता है कि वे उसे अपने प्रेम और कृपा से भर दें।
 
 
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Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं एक विशेषज्ञ के रूप में रोचक जानकारियों और टिप्स साझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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