जब जब प्रेमी,
कहीं पे कोई रोता है,
आँख के आंसू से,
चरण को धोता है,
अक्सर तन्हाई में,
तुझे पुकारे,
ना जोर दिल पे चले,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
तू है मेरा एक सांवरा,
मैं हूँ तेरा एक बांवरा,
सुनाता नहीं मेरी भला क्यों,
इतना बता दे क्या माजरा,
आता नहीं है समझ कुछ मुझे,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
क्या दूँ तुझे क्या है मेरा,
जो है मेरा सब है तेरा,
तुमने दिया मुझको प्रभु सब,
दिल की कहूं सुनलो प्रभु अब,
तेरे भरोसे रहूं सांवरे,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
तू साथ है तो डर ना सताए,
हर वक्त मेरा साथ निभाए,
खाटु बुलाकर दुखड़े मिटाए,
कैसे कन्हैया कर्जे चुकाए,
इतना बता दे मुझे सांवरे,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
जब जब प्रेमी,
कहीं पे कोई रोता है,
आँख के आंसू से,
चरण को धोता है,
अक्सर तन्हाई में,
तुझे पुकारे,
ना जोर दिल पे चले,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
कहीं पे कोई रोता है,
आँख के आंसू से,
चरण को धोता है,
अक्सर तन्हाई में,
तुझे पुकारे,
ना जोर दिल पे चले,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
तू है मेरा एक सांवरा,
मैं हूँ तेरा एक बांवरा,
सुनाता नहीं मेरी भला क्यों,
इतना बता दे क्या माजरा,
आता नहीं है समझ कुछ मुझे,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
क्या दूँ तुझे क्या है मेरा,
जो है मेरा सब है तेरा,
तुमने दिया मुझको प्रभु सब,
दिल की कहूं सुनलो प्रभु अब,
तेरे भरोसे रहूं सांवरे,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
तू साथ है तो डर ना सताए,
हर वक्त मेरा साथ निभाए,
खाटु बुलाकर दुखड़े मिटाए,
कैसे कन्हैया कर्जे चुकाए,
इतना बता दे मुझे सांवरे,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
जब जब प्रेमी,
कहीं पे कोई रोता है,
आँख के आंसू से,
चरण को धोता है,
अक्सर तन्हाई में,
तुझे पुकारे,
ना जोर दिल पे चले,
हम हारे हारे हारे,
तुम हारे के सहारे।
यह भजन कृष्ण भगवान की भक्ति में समर्पित है। भजन में भक्त कृष्ण भगवान से अपने जीवन में आने वाली समस्याओं और कठिनाइयों में उनका साथ देने की विनती करता है। भक्त कृष्ण भगवान से यह भी विनती करता है कि वे उसे अपने प्रेम और कृपा से भर दें।
भजन के पहले दो श्लोकों में भक्त कृष्ण भगवान को याद करता है। भक्त कहता है कि जब भी कोई प्रेमी दुखी होता है, तो वह कृष्ण भगवान के चरणों को आंसुओं से धोता है। भक्त कहता है कि वह भी कृष्ण भगवान का प्रेमी है और वह भी उनके चरणों को धोता है।
भजन के अगले दो श्लोकों में भक्त कृष्ण भगवान से अपने जीवन में आने वाली समस्याओं और कठिनाइयों में उनका साथ देने की विनती करता है। भक्त कहता है कि वह अकेला है और उसे कृष्ण भगवान की जरूरत है। भक्त कहता है कि कृष्ण भगवान ही उसके दुखों को दूर कर सकते हैं।
भजन के अंतिम दो श्लोकों में भक्त कृष्ण भगवान से यह भी विनती करता है कि वे उसे अपने प्रेम और कृपा से भर दें। भक्त कहता है कि वह कृष्ण भगवान की भक्ति में अपना जीवन बिताना चाहता है। भक्त कहता है कि कृष्ण भगवान ही उसके जीवन का उद्देश्य हैं। भजन में भक्त कृष्ण भगवान से अपने जीवन में आने वाली समस्याओं और कठिनाइयों में उनका साथ देने की विनती करता है। भक्त कृष्ण भगवान से यह भी विनती करता है कि वे उसे अपने प्रेम और कृपा से भर दें। भक्त कृष्ण भगवान पर अपना पूरा भरोसा रखता है और उन्हें अपने जीवन का उद्देश्य मानता है।
"जब जब प्रेमी, कहीं पे कोई रोता है, आँख के आंसू से, चरण को धोता है।"
"तू साथ है तो डर ना सताए, हर वक्त मेरा साथ निभाए।"
"खाटु बुलाकर दुखड़े मिटाए, कैसे कन्हैया कर्जे चुकाए।"
भजन में भक्त की कृष्ण भगवान के प्रति गहरी भक्ति और विश्वास की भावना व्यक्त हुई है। भजन में भक्त की कृष्ण भगवान से मदद मांगने की विनती भी स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।
भजन के पहले दो श्लोकों में भक्त कृष्ण भगवान को याद करता है। भक्त कहता है कि जब भी कोई प्रेमी दुखी होता है, तो वह कृष्ण भगवान के चरणों को आंसुओं से धोता है। भक्त कहता है कि वह भी कृष्ण भगवान का प्रेमी है और वह भी उनके चरणों को धोता है।
भजन के अगले दो श्लोकों में भक्त कृष्ण भगवान से अपने जीवन में आने वाली समस्याओं और कठिनाइयों में उनका साथ देने की विनती करता है। भक्त कहता है कि वह अकेला है और उसे कृष्ण भगवान की जरूरत है। भक्त कहता है कि कृष्ण भगवान ही उसके दुखों को दूर कर सकते हैं।
भजन के अंतिम दो श्लोकों में भक्त कृष्ण भगवान से यह भी विनती करता है कि वे उसे अपने प्रेम और कृपा से भर दें। भक्त कहता है कि वह कृष्ण भगवान की भक्ति में अपना जीवन बिताना चाहता है। भक्त कहता है कि कृष्ण भगवान ही उसके जीवन का उद्देश्य हैं। भजन में भक्त कृष्ण भगवान से अपने जीवन में आने वाली समस्याओं और कठिनाइयों में उनका साथ देने की विनती करता है। भक्त कृष्ण भगवान से यह भी विनती करता है कि वे उसे अपने प्रेम और कृपा से भर दें। भक्त कृष्ण भगवान पर अपना पूरा भरोसा रखता है और उन्हें अपने जीवन का उद्देश्य मानता है।
"जब जब प्रेमी, कहीं पे कोई रोता है, आँख के आंसू से, चरण को धोता है।"
"तू साथ है तो डर ना सताए, हर वक्त मेरा साथ निभाए।"
"खाटु बुलाकर दुखड़े मिटाए, कैसे कन्हैया कर्जे चुकाए।"
भजन में भक्त की कृष्ण भगवान के प्रति गहरी भक्ति और विश्वास की भावना व्यक्त हुई है। भजन में भक्त की कृष्ण भगवान से मदद मांगने की विनती भी स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।