फागुन की बेला आई,
खाटू में मस्ती छाई,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
खाटू में निशान श्याम का
और जुबा पे नाम श्याम का,
रींगस से खाटू जायेगे चलो चले खाटू में,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
सांवरियां के दर्शन करके
प्रेमियों संग में कीर्तन करके,
बाबा को बाबा को भजन
सुनाएंगे, चलो चले खाटू में,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
रंग उड़े गा गुलाल उड़ेगा
खाटू में तो धमाल मचेगा,
होली श्याम के संग में मनायेगे,
चलो चले खाटू में,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
विशन ने काम की है बात श्याम की
हर्ष ने बात झट से मान ली,
चलो चले तकदीर खुलवाएगे,
चलो चले खाटू में,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
फागुन की बेला आई,
खाटू में मस्ती छाई,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
खाटू में मस्ती छाई,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
खाटू में निशान श्याम का
और जुबा पे नाम श्याम का,
रींगस से खाटू जायेगे चलो चले खाटू में,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
सांवरियां के दर्शन करके
प्रेमियों संग में कीर्तन करके,
बाबा को बाबा को भजन
सुनाएंगे, चलो चले खाटू में,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
रंग उड़े गा गुलाल उड़ेगा
खाटू में तो धमाल मचेगा,
होली श्याम के संग में मनायेगे,
चलो चले खाटू में,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
विशन ने काम की है बात श्याम की
हर्ष ने बात झट से मान ली,
चलो चले तकदीर खुलवाएगे,
चलो चले खाटू में,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।
फागुन की बेला आई,
खाटू में मस्ती छाई,
मेरे श्याम धणी को रिझाएंगे,
चलो चलो खाटू में।