मेरा भोला है भंडारी हंसराज रघुवंशी
भगवान शिव को भोलानाथ, भोलेनाथ, भोले भंडारी आदि नामों से जाना जाता है। इन नामों का अर्थ है "भोला", "बेचारा", या "दयालु"। भगवान शिव को भोला इसलिए कहा जाता है क्योंकि वे सरल, सीधे और भोले-भाले हैं। वे अहंकार या चालाकी से रहित हैं। वे अपने भक्तों के प्रति बहुत दयालु और करुणामयी हैं। भगवान शिव के भोले होने के कई उदाहरण हैं। उदाहरण के लिए, एक बार एक राक्षस भस्मासुर ने भगवान शिव से वरदान मांगा कि वह किसी को भी स्पर्श करके उसे भस्म कर सके। भगवान शिव ने उसे वरदान दे दिया, लेकिन भस्मासुर ने भगवान शिव को ही भस्म करने की कोशिश की। भगवान शिव को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने भस्मासुर को बचाने के लिए मायावी मोहिनी रूप धारण किया।
मेरा भोला है भंडारी,
करे नंदी कि सवारी,
भोले नाथ रे,
ओ शंकर नाथ रे।
सबना दा रखवाला ओ शिवजी,
डमरूवा वाला जी डमरूवा वाला,
ऊपर कैलाश रेहंदा भोले नाथ जी,
धर्मियो जो तारदे शिवजी,
पापिया जो मारदा जी,
पापिया जो मारदा,
बड़ा ही दयाल मेरा भोले अमली,
ॐ नमः शिवाय शम्भो,
ॐ नमः शिवाय।
महादेवा तेरा डमरू डम डम,
डम डम बजतो जाए रे,
हो महादेवा महादेवा,
ॐ नमः शिवाय शंभू,
ॐ नमः शिवाय।
सर से तेरे बहती गंगा,
काम मेरा हो जाता चंगा,
नाम तेरा जब लेता, महादेवा,
मां पिया दे घरे ओ गोरा,
महला च रेहंदी,
जी महला च रेहंदी,
विच समसाना रहंदा भोलेनाथ जी,
कालेया कुंडला वाला,
मेरा भोले बाबा।
किधर कैलाशा तेरा डेरा ओ जी,
सर पे तेरे ओ गंगा मैया विराजे,
मुकुट पे चंदा मामा ओ जी,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय शंभू,
ओम नमः शिवाय।
भंग जे पिन्दा ओ शिवजी,
धुनी रमांदा जी धुनी रमांदा,
बड़ा ही तपारी मेरा भोले अमली,
मेरा भोला है भंडारी,
करता नंदी कि सवारी भोले नाथ रे,
ओ शंकर नाथ रे।
मेरा भोला है भण्डारी,
करे नंदी कि सवारी,
शम्भुनाथ रें शंकर नाथ रे,
गौरा भांग रगड़ के बोली,
तेरे साथ है भूतों की टोली,
मेरे नाथ रे शम्भु नाथ रे,
ओ भोले बाबा जी,
दर तेरे मैं आया जी,
झोली खाली लाया जी,
खाली झोली भरदो जी।
कालेया सर्पा वाला,
मेरा भोले बाबा,
शिखरे कैलाशां,
विच रहंदा ओ जी।
मेरा भोला है भण्डारी,
करे नंदी कि सवारी,
भोले नाथ रे,
ओ शंकर नाथ रे।
करे नंदी कि सवारी,
भोले नाथ रे,
ओ शंकर नाथ रे।
सबना दा रखवाला ओ शिवजी,
डमरूवा वाला जी डमरूवा वाला,
ऊपर कैलाश रेहंदा भोले नाथ जी,
धर्मियो जो तारदे शिवजी,
पापिया जो मारदा जी,
पापिया जो मारदा,
बड़ा ही दयाल मेरा भोले अमली,
ॐ नमः शिवाय शम्भो,
ॐ नमः शिवाय।
महादेवा तेरा डमरू डम डम,
डम डम बजतो जाए रे,
हो महादेवा महादेवा,
ॐ नमः शिवाय शंभू,
ॐ नमः शिवाय।
सर से तेरे बहती गंगा,
काम मेरा हो जाता चंगा,
नाम तेरा जब लेता, महादेवा,
मां पिया दे घरे ओ गोरा,
महला च रेहंदी,
जी महला च रेहंदी,
विच समसाना रहंदा भोलेनाथ जी,
कालेया कुंडला वाला,
मेरा भोले बाबा।
किधर कैलाशा तेरा डेरा ओ जी,
सर पे तेरे ओ गंगा मैया विराजे,
मुकुट पे चंदा मामा ओ जी,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय शंभू,
ओम नमः शिवाय।
भंग जे पिन्दा ओ शिवजी,
धुनी रमांदा जी धुनी रमांदा,
बड़ा ही तपारी मेरा भोले अमली,
मेरा भोला है भंडारी,
करता नंदी कि सवारी भोले नाथ रे,
ओ शंकर नाथ रे।
मेरा भोला है भण्डारी,
करे नंदी कि सवारी,
शम्भुनाथ रें शंकर नाथ रे,
गौरा भांग रगड़ के बोली,
तेरे साथ है भूतों की टोली,
मेरे नाथ रे शम्भु नाथ रे,
ओ भोले बाबा जी,
दर तेरे मैं आया जी,
झोली खाली लाया जी,
खाली झोली भरदो जी।
कालेया सर्पा वाला,
मेरा भोले बाबा,
शिखरे कैलाशां,
विच रहंदा ओ जी।
मेरा भोला है भण्डारी,
करे नंदी कि सवारी,
भोले नाथ रे,
ओ शंकर नाथ रे।
सबना दा रखवाला ओ शिवजी
डमरू वाला डमरू वाला
उपर कैलाश रहंदा
भोले नाथ जी शंभु
Mera Bhola Hai Bhandari | Hansraj Raghuwanshi | Suresh Verma | Offical Video | Paramjeet Pammi |iSur
क्यों कहते हैं शिव जी को भोले भंडारी ?
शिव जी को "भोले भंडारी" के नाम से भी पुकारते हैं , लेकिन क्यों ? कारन नाम से ही स्पष्ट है। शिव जी को भोले भंडारी के नाम से इसलिए जाना जाता है क्यों की वो अपने भक्तों पर बहुत दयालु हैं और जो उन्हें याद करते हैं, भले ही पूजा अर्चना ना ही करते हों, उन पर सदैव बाबा का हाथ होता है और वो उन्हें भी आशीर्वाद देते हैं। शिव जी की पूजा के लिए भी किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं होती हैं। बाबा को मात्रा बेल पत्र और पानी से भी प्रशन्न किया जा सकता है। बाबा के भोले स्वाभाव के कारन ही शिव जी को भोले भंडारी कहा जाता है।
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