मेरे साई तुमको ही समर्पित है सारी मेरी साँसे बाबा लिरिक्स
Saroj Jangir
मेरे साई तुमको ही समर्पित है सारी मेरी साँसे बाबा लिरिक्स
मेरे साई तुमको ही समर्पित है सारी, मेरी साँसे बाबा, मेरी उम्र सारी। मेरे साई तुमको ही समर्पित है सारी, मेरी साँसे बाबा, मेरी उम्र सारी।
तेरा हाथ सर पे, हमेशा ही चाहूँ, हर एक सांस पर मैं, तेरा नाम गाऊं, तू मालिक है मेरा, तेरा मैं पुजारी, सभी जानते हैं, ये मेरी कहानी, मेरे साई तुमको ही समर्पित है सारी, मेरी साँसे बाबा, मेरी उम्र सारी।
कभी भूल कर भी मुझे ना भुलाना, सदा सीधी राहों पे, मुझको चलाना। सदा माफ़ करना, मेरे शिरडी वाले, गुनहगार हूँ मैं करुं जो नादानी, मेरे साई तुमको ही समर्पित है सारी, मेरी साँसे बाबा, मेरी उम्र सारी।
तेरा शुक्रिया है जो, काबिल बनाया, ज़मी से उठा कर, फलक पर बिठाया, कभी जब भी जो तुझे से है माँगा, मेरे साई बाबा ने ना, की आना कानी, मेरे साई तुमको ही समर्पित है सारी, मेरी साँसे बाबा, मेरी उम्र सारी।
मैं रणजीत हूँ तू है, दिलजीत ऐसा, कोई भी जहां में, नहीं तेरे जैसा, है दानी शुभाष दुनिया में लाखों, मगर तेरा साई नहीं कोई सानी, मेरे साई तुमको ही समर्पित है सारी, मेरी साँसे बाबा, मेरी उम्र सारी।