फूलो से है सजा हुआ दरबार आपका लिरिक्स

फूलो से है सजा हुआ दरबार आपका लिरिक्स

फूलो से है सजा हुआ दरबार आपका,
आँखों में समां गया सिंगार आपका।
फूलों से है सजा हुआ दरबार आपका,
आँखों में समां गया श्रृंगार आपका।

चंपा चमेली जूही गुलाब गेंदा महक रहे,
हर कोई आज कर रहा दीदार आप का,
फूलों से है सजा हुआ दरबार आपका,
आँखों में समां गया श्रृंगार आपका।

संकीर्तन की रात है भजनो की धूम है,
भजनों में रमा हूँ परिवार आपका,
फूलों से है सजा हुआ दरबार आपका,
आँखों में समां गया श्रृंगार आपका।

है भाग्यशाली भक्त जो तुम को रिझा रहें,
सौम्य के साथ साथ सब मस्ती में गा रहे,
नौकर है लहरी साँवरे सरकार आप का
फूलों से है सजा हुआ दरबार आपका,
आँखों में समां गया श्रृंगार आपका।

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