प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो लिरिक्स Prabhu Mere Avgun Chitt Na Dharo Lyrics
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो लिरिक्स Prabhu Mere Avgun Chitt Na Dharo Lyrics
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो |समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार करो ||
एक लोहा पूजा में राखत, एक घर बधिक परो ||
पारस गुण अवगुण नही चितवत, कंचन करत खरो ||
एक नदिया एक नाल कहावत, मैलो हि नींद भरो ||
जब दोउ मिलकर एक बरन भये, सुरसरि नाम परो ||
एक माया एक ब्रम्ह कहावत, सुर श्याम झगरो ||
अबकी बेर मोहि पार उतारो, नहि पन जात तरो ||