ये मानुस का अनमोल भजन

ये मानुस का अनमोल भजन

 
ये मानुस का अनमोल भजन

ये मानुस का अनमोल,
जनम हर बार नही मिलता-3
है इसका बहुत कुछ मोल,
है इसका बहुत कुछ मोल,
यूँ ही सरकार नहीं मिलता।
ये मानुस का अनमोल,
जनम हर बार नहीं मिलता।

पूरे चौरासी लाख जनम के,
बाद है बारी आती,
ओ भी तभी जब, तन मन धन से,
सतकरनी की जाती,
वरना इस चोले का,
वरना इस चोले का युहीं
अधिकार नहीं मिलता,
ये मानुस का अनमोल,
जनम हर बार नहीं मिलता।

बहुत दान, बहुत दान, बहुत दान,
बहुत दान बहु पुन्य तप किये,
की है बहुत कुर्बानी,
तब पाया है, सुन्दर जीवन,
मूरख कदर ना जानी,
ये मानुस का अनमोल,
जनम हर बार नहीं मिलता।

जीती बाजी जाये हार,
जीती बाजी जाये हार,
उसे सत्कार नही मिलता-2
है इसका बहुत कुछ मोल
है इसका बहुत कुछ मोल,
यू ही सरकार नही मिलता
ये मानुस का अनमोल,
जनम हर बार नहीं मिलता।

पाना है, पाना है, पाना है,
पाना है उस परमेश्वर को तो
इसी जनम में पाओ,
यही है मौका "श्रीधर" इसको
भूल के ना बिसराओ,
डाली से बिछड़े फूल,
डाली से बिछड़े फूल को फिर
आधार नही मिलता,
है इसका बहुत कुछ मोल,
यू ही सरकार नही मिलता,
ये मानुस का अनमोल,
जनम हर बार नहीं मिलता। 


मानुष जन्म अनमोल ..New चेतावनी भजन राजेश सांखला .सब से मधुर भजनchetavni निर्गुण भजन Nirgun Bhajan
 
Singer : Singer Rajesh sankhala
 
मानव जीवन की इस अनमोलता को शब्दों में बांधना कठिन है क्योंकि यह जीवन पुनः बार-बार प्राप्त नहीं होता। यह जीवन ऐसी अमूल्य धरोहर है, जिसका मूल्य शब्दों से परे है और इसे व्यर्थ न गवाना ही बुद्धिमत्ता है। अनेक जन्मों की तपस्या, दान और त्याग के बाद ही यह जीवन मिलता है, जो सीधे साधना और सत्कर्म का फल है।

इस जीवन को जितना भी समझो, सत्कार न करने वाला, इसका मोल नहीं समझने वाला अंततः जीवन की सच्ची सार्थकता से वंचित रह जाता है। जीवन एक ऐसी बाज़ी है जो जीत-हार के खेल से कहीं अधिक है, इसमें नैतिकता, श्रद्धा, और परमेश्वर के प्रति भक्ति का स्थान सर्वोच्च है।
 
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