श्याम दीवानों ने श्याम की याद में भजन

श्याम दीवानों ने श्याम की याद में भजन

श्याम दीवानों ने श्याम की याद में,
एसी महफ़िल सजाई मजा आ गया,

दिल मचले लगा दिल उछलने लगा,
एसी मस्ती है छाई की मजा आ गया,

श्याम आयेगे सबको ही था इंतज़ार,
श्याम आये तो होने लगी जय जयकार,
इतर उड़ने लगा चावर डुलने लगा,
इसी मस्ती है छाई की मजा आ गया,
श्याम दीवानों ने

मीठे भजनों की बरसता होने लगी,
आँखों आँखों में ही बात होने लगी,
सब नाचन लगे सब झूमन लगे,
एसी मस्ती है छाई मजा आ गया,
श्याम दीवानों ने...........

प्रेम सोने का बाबा निभाता सदा,
दास चोंखानी इनको रिजाता सदा,
श्याम दिलदार है यारो का यार है,
एसी मस्ती है छाई की मजा आ गया,
श्याम दीवानों ने..............


आपको रुला देगा इतना दर्द है इस भजन में | Shyam Ki Yaad Mein | श्याम प्रेमियों का स्पेशल भजन 2018#Jmd

सुंदर भजन में श्रीकृष्णजी के प्रति भक्तों की वो अटूट भक्ति और उमंग झलकती है, जो उनके नाम की एक पुकार में ही दिल को मस्ती से भर देती है। यह एक ऐसी महफिल की तस्वीर है, जहाँ भक्त अपने श्याम के प्यार में डूबे हुए हैं। जैसे ही श्रीकृष्णजी का नाम लिया जाता है, मन उछलने लगता है, दिल मचलने लगता है, और हर तरफ बस मस्ती का आलम छा जाता है। यह वो खुशी है, जो भक्ति की गंगा में गोते लगाने से मिलती है।

जब भक्त अपने श्याम का इंतज़ार करते हैं, और वह आता है, तो जय-जयकार की गूंज से आकाश भर जाता है। इत्र की खुशबू, चंवर की हवा, और भक्तों का उत्साह—सब मिलकर एक ऐसा माहौल बनाते हैं, मानो स्वर्ग धरती पर उतर आया हो। यह उमंग एक साधारण विद्यार्थी के उस उत्साह जैसी है, जो अपने प्रिय गुरु के आने पर खुशी से झूम उठता है। हर भक्त नाचता है, झूमता है, और मीठे भजनों की बरसात में डूब जाता है।

श्रीकृष्णजी का प्रेम सोने जैसा खरा है। वह अपने भक्तों का हर पल साथ निभाता है, जैसे कोई सच्चा यार अपने दोस्त का हाथ कभी नहीं छोड़ता। उनकी दया और प्रेम में वो ताकत है, जो भक्तों के दिल को हमेशा जोड़े रखती है। जैसे कोई धर्मगुरु अपने अनुयायियों को प्रेम की राह दिखाता है, वैसे ही श्रीकृष्णजी का यह प्रेम भक्तों को हर पल आनंद देता है। 
 
कृष्णा जी को श्याम इसलिए कहा जाता है क्योंकि 'श्याम' का अर्थ होता है गहरा सांवला या काला रंग, और भगवान श्रीकृष्ण का रंग भी सांवला था। उनके रूप और रंग की इसी विशेषता के कारण उन्हें 'श्याम' कहा जाता है। इसके अलावा, श्याम नाम करुणा, आकर्षण और सौंदर्य का भी प्रतीक है। श्रीकृष्ण के बाल्यकाल से लेकर युवावस्था तक उनके सांवले रंग की चर्चा अनेक ग्रंथों और कथाओं में मिलती है, जिससे भक्तजन उन्हें स्नेहपूर्वक 'श्याम' कहकर पुकारते हैं। श्याम नाम में प्रेम, माधुर्य और आध्यात्मिक गहराई छिपी है, जो श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व को और भी आकर्षक बना देती है।
 
Song : Shyam Ki Yaad Mein
Singer  : Sanjay Soni
Lyrics : Pramod Chokhani
Studio : Yogesh Bajaj 

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