मैं जीत जाऊंगा गर साथ तुम मेरे

मैं जीत जाऊंगा गर साथ तुम मेरे

मैं जीत जाऊंगा गर साथ तुम मेरे,
मेरे खाटू वाले श्याम मैं कुछ नहीं बिन तेरे,
सँवारे पकड़ो मेरा हाथ रे......

तेरे भरोसे पे मैंने ज़िंदगी छोड़ी,
अपनी राहे बाबा तेरे दर पे ला मोड़ी,
मैं तेरा सेवक हु मालिक हो तुम मेरे,
मेरे खाटू वाले श्याम मैं कुछ नहीं बिन तेरे,
सँवारे पकड़ो मेरा हाथ रे......

चाहे गम की चले आंधी चाहे दुःख हो गेरे खड़े,
किस बात की चिंता जब श्याम शरण में पड़े,
ना गबरहुगा मैं जो संग तू चले मेरे,
मेरे खाटू वाले श्याम मैं कुछ नहीं बिन तेरे,
सँवारे पकड़ो मेरा हाथ रे......

रूबी दमकसार शरधा से झुक जाता,
दुःख गद्दी में तू ये सास कराता,
मुश्किल कितनी आये तू साथ है मेरे,
मेरे खाटू वाले श्याम मैं कुछ नहीं बिन तेरे,
सँवारे पकड़ो मेरा हाथ रे. 

मैं जीत जाऊंगा गर साथ तुम मेरे | खाटू श्याम भजन | Main Jeet Jaunga by Manoj Agarwal | HD

श्रीकृष्णजी की असीम कृपा है जो के अपार है। खाटू श्याम जी की कृपा से हर जंग जीत सकते हैं। भक्त अपने खाटू वाले श्याम को अपना सब कुछ मानता है, बिना उनके वह अधूरा है। यह विश्वास इतना पक्का है कि उसने अपनी जिंदगी की डोर पूरी तरह श्रीकृष्णजी के हाथों में सौंप दी है।

जिंदगी की राह में उसने सब कुछ उनके भरोसे छोड़ा, अपनी हर राह को उनके दर पर मोड़ दिया। यह एक सेवक का अपने मालिक के प्रति समर्पण है, जैसे कोई विद्यार्थी अपने गुरु की हर बात पर भरोसा करता है। चाहे दुख की आंधी चले या मुश्किलें चारों तरफ घेर लें, उसे कोई चिंता नहीं, क्योंकि वह श्रीकृष्णजी की शरण में है। यह विश्वास उसे हर डर से आजाद करता है, मानो कोई सच्चा साथी हर कदम पर हाथ थामे हो। 

खाटू श्याम जी की कथा महाभारत के वीर योद्धा बर्बरीक से जुड़ी हुई है, जो भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र थे। जब महाभारत का युद्ध होने जा रहा था, तब बर्बरीक ने अपनी अद्भुत शक्ति के कारण श्रीकृष्ण से युद्ध में भाग लेने की इच्छा जताई। लेकिन युद्ध की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए श्रीकृष्ण ने बर्बरीक से उनका शीश (सिर) दान में माँगा। बर्बरीक ने हँसते हुए अपना शीश श्रीकृष्ण को समर्पित कर दिया। उनकी इसी अद्वितीय भक्ति और बलिदान के कारण श्रीकृष्ण ने उन्हें वरदान दिया कि कलियुग में वे श्याम नाम से पूजे जाएँगे और हर उस व्यक्ति के सहारा बनेंगे जो जीवन में हार चुका हो, इसलिए उन्हें 'हारे का सहारा' भी कहा जाता है। बर्बरीक का शीश राजस्थान के सीकर जिले के खाटू गाँव में प्रकट हुआ, जहाँ आज भव्य खाटू श्याम मंदिर स्थित है। यहाँ भक्तगण बाबा श्याम के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं और मान्यता है कि उनकी सच्ची श्रद्धा से बाबा श्याम सभी मनोकामनाएँ पूरी करते हैं। खाटू श्याम जी की कथा त्याग, भक्ति और निस्वार्थता का अनुपम उदाहरण है, जो आज भी करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए आस्था और विश्वास का केंद्र है।

Song: Main Jeet Jaunga
Singer: Manoj Agarwal ( Sangarla) Mob 09928509103
Lyricist: Ruby Garg ( Ruby Ridham) Mob. 9717612115
Category: Hindi Devotional ( Shyam Bhajan)
Producers: Amresh Bahadur, Ramit Mathur

Next Post Previous Post