श्याम की नगरिया खाटू उजागर जहान में लिरिक्स

श्याम की नगरिया खाटू उजागर जहान में लिरिक्स

श्याम की नगरिया खाटू उजागर जहान में,
लुट गयो हूँ तो तेरी मीठी मुस्कान में,
श्याम की नगरियां खाटू उजागर जहान में,
लूट गयो हूँ तो तेरी मीठी मुस्कान में।

पलकां को झालो देकर, सांवरियो साथ में,
काळजो ही काढ़ लियो काई कहूं बात मैं,
फूंक फूंक पाँव महेलुं, प्रीत की दूकान में,
लुट गयो हूँ तो तेरी मीठी मुस्कान में,
श्याम की नगरियां खाटू उजागर जहान में,
लूट गयो हूँ तो तेरी मीठी मुस्कान में।

कितनो दर्द ऐ म्हे, कितनो खिचाव है,
ज्वाला में कूद जावे प्रीत को ही आव है,
बिना पंख उड़तो डोलू प्रीत के विमान में,
लुट गयो हूँ तो तेरी मीठी मुस्कान में,
श्याम की नगरियां खाटू उजागर जहान में,
लूट गयो हूँ तो तेरी मीठी मुस्कान में।

श्याम बहादुर शिव प्रीत को पताशो है,
संकडी है प्रेम गली फेर नहीं मासों है,
डूब गयो जीव तेरी मुरली की तान में,
लुट गयो हूँ तो तेरी मीठी मुस्कान में,
श्याम की नगरियां खाटू उजागर जहान में,
लूट गयो हूँ तो तेरी मीठी मुस्कान में।

श्याम की नगरिया खाटू उजागर जहान में,
लुट गयो हूँ तो तेरी मीठी मुस्कान में,
श्याम की नगरियां खाटू उजागर जहान में,
लूट गयो हूँ तो तेरी मीठी मुस्कान में। 
 
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