सागर तट परबैठ अकेला रटता तेरा नाम लिरिक्स Anup Jalota Bhajan Sagar Tat Par Baith Akela Lyrics

सागर तट परबैठ अकेला रटता  तेरा नाम लिरिक्स Anup Jalota Bhajan Sagar Tat Par Baith Akela Lyrics

 
सागर तट परबैठ अकेला रटता तेरा नाम लिरिक्स Anup Jalota Bhajan Sagar Tat Par Baith Akela Lyrics

सागर तट पर
बैठ अकेला रटता  तेरा नाम
कब आएगा तू गिरिधारी
देर हुई घनश्याम
सागर तट पर बैट अकेला रे
सागर तट पर बैठ
अकेला रटता  तेरा नाम
कब आएगा तू
गिरिधारी देर हुई घनश्याम
करता पल पल तेरा वंदन
युग युग का प्यासा मेरा मान
करले अब स्वीकार मुरारी
तू ये मेरा प्रणाम
कब आएगा तू गिरिधारी
देर हुई घनश्याम
बैठ अकेला रटता  तेरा नाम
सागर तट पर बैठ
बैठ अकेला रटता  तेरा नाम
कब आएगा तू गिरिधारी देर हुई घनश्याम
चारो ओर गिरे अंधियारा
नाथ ना अपना एक सहारा
सुधि पतवर पकड़ के था में
नैया कोया
कब आएगा तू गिरिधारी
देर हुई घनश्याम
बैठ अकेला रटता  तेरा नाम
सागर तट पर बैठ
बैठ अकेला रटता  तेरा नाम
कब आएगा तू गिरिधारी
देर हुई घनश्याम
बहुत हुआ  ये खेल तमाशा
अब तेरे चरणों की आशा
दर है दर्शन बिन जीवन की
दल जाए ना श्याम
सागर तट पर बैठ अकेला रटता  तेरा नाम
कब आएगा तू गिरिधारी देर हुई घनश्याम


Sagar Tat Par - Anup Jalota

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