दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला लिरिक्स Do Din Ka Jag Me Mela Sab Chala Chali Ka Mela Lyrics

दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला लिरिक्स Do Din Ka Jag Me Mela Sab Chala Chali Ka Mela Lyrics

 
दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला लिरिक्स Do Din Ka Jag Me Mela Sab Chala Chali Ka Mela Lyrics

चलती चक्की देख कर, दिया कबीरा रोये
दो पाटन के बीच में, साबुत बचा ना कोए
दो दिन का जग में मेला सब
दो दिन का जग में मेला
राग: बंजारा ताल
दो दिन का जग में मेला,
सब चला चली का खेला,

कोई चला गया कोई जावे,
कोई गठड़ी बांध सिधावेजी ,
कोई खड़ा तैयार अकेला,
दो दिन का जग में मेला,
सब चला चली का खेला,

कर पाप कपट छल माया,
धन लाख करोड़ कमायाजी,
संग चले न एक अधेला,
दो दिन का जग में मेला,
सब चला चली का खेला,

सुत नार मात पितु भाई ।
कोई अंत सहायक नाहीजी ।
क्यो भरे पाप का ठेला,
दो दिन का जग में मेला,
सब चला चली का खेला,

यह नश्वर सब संसारा,
कर भजन ईश का प्याराजी,
ब्रह्मानंद कहे सुन चेला,
दो दिन का जग में मेला,
सब चला चली का खेला,



anup jalota do din ka jag mela
Do din ka jag me mela
Raag: Banjara taal

Do din ka jag me mela
Sab chala chali ka khela

Koi chala gaya koi jave
Koi gathari bandh sidhaveji
Koi khada taiyaar akela
Do din ka jag me mela
Sab chala chali ka khela

Kar paap kapat chhal maaya
Dhan lakh karor kamayaji
Sang chale na ek adhela
Do din ka jag me mela
Sab chala chali ka khela

Sut naar mat pitu bhai
Koi ant sahayak nahiji
Kyo bhare paap ka thela
Do din ka jag me mela
Sab chala chali ka khela

Yeh nashvar sab sansara
Kar bhajan ish ka pyaraaji
Bramhanand kahe sun chelaji
Do din ka jag me mela
Sab chala chali ka khela

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