जो क्रूस पर कुर्बां है वो मेरा मसीहा है
जो क्रूस पर कुर्बां है वो मेरा मसीहा है,
हर जख्म जो उसका है, वो मेरे ग़ुनाह का है।
इस दुनियाँ में ले आये, मेरे ही गुनाह उसको,
मेरे ही गुनाह उसको,
ये जुल्म-ओ-सितम उसपर, मैंने ही कराया है,
जो क्रूस पर कुर्बां है, वो मेरा मसीहा है।
इंसान है वो कामिल, और सच्चा खुदा वो है,
और सच्चा खुदा वो है,
वो प्यार का दरिया है, सच्चाई का रास्ता है,
जो क्रूस पर कुर्बां है, वो मेरा मसीहा है।
देने को मुझे जीवन, खुद मौत सही उसने,
खुद मौत सही उसने,
क्या खूब है कु्र्बानी, क्या प्यार अनोखा है,
जो क्रूस पर कुर्बां है, वो मेरा मसीहा है।
जो क्रूस पर कुर्बां है वो मेरा मसीहा है
Jo Kroos Par Kurbaan Hai Vo Mera Maseeha Hai,
Har Jakhm Jo Usaka Hai, Vo Mere Gunaah Ka Hai.
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