मुकुट सिर मोर का मेरे चित चोर का लिरिक्स Mukut Sir Mor Ka Mere Chitt Chor Ka Lyrics

मुकुट सिर मोर का मेरे चित चोर का लिरिक्स Mukut Sir Mor Ka Mere Chitt Chor Ka Lyrics

 
मुकुट सिर मोर का मेरे चित चोर का लिरिक्स Mukut Sir Mor Ka Mere Chitt Chor Ka Lyrics

मुकुट सिर मोर का मेरे चित चोर का
दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से

कमल लज्जाये तेरे नैनो को देख के
भूली घटाएँ तेरी कजरे की रेख पे
यह मुखड़ा निहार के, सो चाँद गए हार के
दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से
मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का

कुर्बान जाऊं तेरी बांकी अदाओं पे
पास मेरे आजा तोहे भर मैं भर लूँ मैं बाहों में
जमाने को विसार के, दिलो जान तोपे वार के
दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से
मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का

रमण बिहारी नहीं तुलना तुम्हारी
तुझ सा ना पहले कोई ना देखा अगाडी
दीवानों ने विचार के, कहा यह पुकार के
दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से
मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का

मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का
दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से


मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का ।। Devi Chitralekha Ji ।। Aastha Channel

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