नंद भवन में उड़ रही धूल धूल मोहे प्यारी लगे
नंद भवन में उड़ रही धूल
धूल मोहे प्यारी लगे
नंदभवन में उड़ रही धूल
धूल मोहे प्यारी लगे
उड़े उड़े धूल मेरे नैनन पे आवे
मैने दर्शन करे भरपूर
धूल मोहे प्यारी लगे
नंदभवन में उड़ रही धूल
धूल मोहे प्यारी लगे
उड़ उड़ धूल मेरे होठों पे आवे
मैं भजन गाए भरपूर
धूल मोहे प्यारी लगे
नंदभवन में उड़ रही धूल
धूल मोहे प्यारी लगे
उड़ उड़ धूल मेरे हातन पे आवे
मैने ताली बजाई भरपूर
धूल मोहे प्यारी लगे
तीन लोक तीरथ नही
जैसी ब्रज की धूल
लिपटी देखी अंग सो तो
भाग जाए यमदूत
मुक्ति कहे गोपाल से
मुझे मेरी मुक्ति बाताओ
ब्रज रज माथे पर लगे
तो मुक्ति भी मुक्त हो जाए
उड़ी उड़ी धूल मेरे पैरन पे आवे
मैने परिक्रमा लगाई
भरपूर धूल मोहे प्यारी लगे
नंदभवन में उड़ रही धूल
धूल मोहे प्यारी लगे
JANAMASHTAMI - NAND BHAWAN MEI UD RAHI DHOOL - नन्दभवन में उड़ रही धूल - FOLK SONG - Madhavas
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।
|
Krishna Bhajan Lyrics Hindi