मारा सिंगोली रा श्याम में आया थारी सरणा में

मारा सिंगोली रा श्याम में आया थारी सरणा में

 मैं आया थारी सरणा में, मैं आया थारी सरणा में।।
मारा सिंगोली रा श्याम, मैं आया थारी सरणा में।।

परबत में लागे वो प्यारा।।
काला पण ये घणा रूपाला।।
परबत में लागे वो प्यारा।।
काला पण ये घणा रूपाला।।
बणावे भगता रा बिगड़्या काम।।
मैं आया थारी सरणा में।।
मारा सिंगोली रा श्याम, मैं आया थारी सरणा में।।

नित नया श्रृंगार सोवणा।।
लागे प्यारा, मन ये मोहणा।।
नित नया श्रृंगार सोवणा।।
लागे प्यारा, मन ये मोहणा।।
श्याम री महिमा है अपरंपार।।
मैं आया थारी सरणा में।।
मारा सिंगोली रा श्याम, मैं आया थारी सरणा में।।

हरदम राखे साय भगत की।।
जाणो थें भगता रा मन की।।
हरदम राखे साय भगत की।।
जाणो थें भगता रा मन की।।
'देव' लिख-लिख गाय।।
मैं आया थारी सरणा में।।
मारा सिंगोली रा श्याम, मैं आया थारी सरणा में।।


सिंगोली श्याम न्यु भजन || मारा सिंगोली रा श्याम में आया थारी सरणा में || singoli shayam new bhajan |
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