शंकर के द्धारे चले काँवरिया भोले के प्यारे चले काँवरिया जय हो तेरी हे त्रिपुरारी तीन लोक तुझपे बलिहारी गुण गाएँ तेरे नरनारी हे शक्ति त्रिशूलधरण रस्ते में जितने शूल मिलें पैरों में चुभें जितने कांटे उतने श्रद्धा के फूल खिले
विश्वाश अगर दृढ है अपना मुश्किल रस्ते काट जायेंगे कांधे पे लिए हम काँवर ये कब तेरी शरण में आएंगे चलते चलते चलते जाओ बम भोले का ध्यान लगाओ मन में सच्चा ज्ञान जगाओ ओम ओम ओम कानों में आवाजें आती हैं तेरे मंदिर में जो शंख बजे उड़कर पहुंचेंगे द्धार तेरे हमको भक्ति के पंख लगे इस मन में तेरे दर्शन की अब इच्छा हो गई तीव्र बड़ी ना विपदा कोई रोक सके, ना रोक सकेगी धूप कड़ी चलते चलते चलते जाओ, बम भोले का ध्यान लगाओ मन में सच्चा ज्ञान जगाओ, शिव ॐ का जाप करें, रस्ते की काम हो जाएगी दूरी कब चढ़ें काँवरिया द्धार तेरे, कब ये अभिलाषा हो पूरी आँखों से गंगाजल छलके, हाथों में काँवरिया है तोरी तू खींच ले अपनी तरफ हमें, तेरे हाथ में है सबकी डोरी चलते चलते चलते जाओ, बम भोले का ध्यान लगाओ मन में सच्चा ज्ञान जगाओ, ओम ओम ओम
Shankar Ke Dware Chale Kanwariya · Udit Narayan · Dilip Sen-Sameer Sen · Dev Kohli
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