श्याम पिया जी खेलो रंग के होली
श्याम पिया जी खेलो रंग के होली
श्याम पिया जी खेलो रंग,
के होली आई,
रंग खेलण ने चालो संग,
के होली आई।।
फागण सुहाणो बाबा,
बित्यो ही जावे,
खाटू ना आ पाउतो,
जी दुख पावै,
मन में छाई है बड़ी उमंग,
के होली आई।।
रींगस सूं पैदल चलकर,
निशान उठावां,
चंग बजावां नाचा,
जयकार लगावां,
खूब मचास्यां हुड़दंग,
के होली आई।।
फागण को महीनो बाबा,
रंग रंगीलो,
भगतां की टोली बाबा,
मारे है हेलो,
मंदिर में बैठ्या मस्त मलंग,
के होली आई।।
खाटू की गलियां में,
केसर बरसे,
था संग होली खेलण ने,
श्याम प्रेमी तरसे,
म्हाने भी लगाल्यो अब थे अंग,
के होली आई।।
मैं तो बाबाजी थां पर,
गुलाल मलालां,
भर भर पिचकारी थां संग,
होली खेलालां,
देखकर जग हो जासी दंग,
के होली आई।।
बच्चा बूढ़ा फागण में,
दर्शन ने आवे,
विनती करें है बाबा,
थाणे मनावें,
दास रविंद्र बाबा,
फाग सुनावें,
श्याम चरणां में राखो हरदम,
के होली आई।।
श्याम पिया जी खेलो रंग,
के होली आई,
रंग खेलण ने चालो संग,
के होली आई।।
के होली आई,
रंग खेलण ने चालो संग,
के होली आई।।
फागण सुहाणो बाबा,
बित्यो ही जावे,
खाटू ना आ पाउतो,
जी दुख पावै,
मन में छाई है बड़ी उमंग,
के होली आई।।
रींगस सूं पैदल चलकर,
निशान उठावां,
चंग बजावां नाचा,
जयकार लगावां,
खूब मचास्यां हुड़दंग,
के होली आई।।
फागण को महीनो बाबा,
रंग रंगीलो,
भगतां की टोली बाबा,
मारे है हेलो,
मंदिर में बैठ्या मस्त मलंग,
के होली आई।।
खाटू की गलियां में,
केसर बरसे,
था संग होली खेलण ने,
श्याम प्रेमी तरसे,
म्हाने भी लगाल्यो अब थे अंग,
के होली आई।।
मैं तो बाबाजी थां पर,
गुलाल मलालां,
भर भर पिचकारी थां संग,
होली खेलालां,
देखकर जग हो जासी दंग,
के होली आई।।
बच्चा बूढ़ा फागण में,
दर्शन ने आवे,
विनती करें है बाबा,
थाणे मनावें,
दास रविंद्र बाबा,
फाग सुनावें,
श्याम चरणां में राखो हरदम,
के होली आई।।
श्याम पिया जी खेलो रंग,
के होली आई,
रंग खेलण ने चालो संग,
के होली आई।।
Dhamal Shyam Piya Ji Khelo Rang || Ravindra Sen || Latest Fagun Special Dhamal 2025