श्याम तेरे प्रेमियों की यही पहचान है
श्याम तेरे प्रेमियों की यही पहचान है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
श्याम के दीवानो को दर किस बात की
सर पे है छांया बाबा श्यामजी के हाथ की
एक एक प्रेमी सो सो शेरो के सामान है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
मिलने को तुझसे ये दौड़े चले आते हैं
बाबा तेरे आंगणे में धूम मचाते हैं
जग से निराली तेरे भगतों की शान है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
मीठे मीठे भाव के ये भजन सुनाते हैं
तुझ को मनाये कभी खुद रूठ जाते हैं
बड़ा ही अलग ही बाबा इनका मुकाम है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
दीन दुखियारों का जो साथ निभाता है
सीने से उसे तरुण उसे सांवरा लगाता है
हर पल उनका ही ये रखता मान है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
श्याम तेरे प्रेमियों की यही पहचान है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
श्याम के दीवानो को दर किस बात की
सर पे है छांया बाबा श्यामजी के हाथ की
एक एक प्रेमी सो सो शेरो के सामान है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
मिलने को तुझसे ये दौड़े चले आते हैं
बाबा तेरे आंगणे में धूम मचाते हैं
जग से निराली तेरे भगतों की शान है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
मीठे मीठे भाव के ये भजन सुनाते हैं
तुझ को मनाये कभी खुद रूठ जाते हैं
बड़ा ही अलग ही बाबा इनका मुकाम है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
दीन दुखियारों का जो साथ निभाता है
सीने से उसे तरुण उसे सांवरा लगाता है
हर पल उनका ही ये रखता मान है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
श्याम तेरे प्रेमियों की यही पहचान है
मन में लगन तेरी हाथों में निशान हैं
श्याम तेरे प्रेमियों की यही पहचान BY - आकाश ' भानु '
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