अगर मांगने गया कही तो जाये तुम्हारी शान जी लिरिक्स Agar Mangane Gaya Kahin Lyrics

अगर मांगने गया कही तो जाये तुम्हारी शान जी लिरिक्स Agar Mangane Gaya Kahin Lyrics

 
अगर मांगने गया कही तो जाये तुम्हारी शान जी लिरिक्स Agar Mangane Gaya Kahin Lyrics

मेरी इज्जत क्या जाये मेरी जात भिखारी की
इज्जत सारी दुनिया में माँ तेरी दातारि की
अगर मांगने गया कही तो जाये तुम्हारी शान जी
इस झोली पे छाप लगी है तेरे झुँझन धाम की

जाये बात तुम्हारी जी जाये नहीं भिखारी की
मैया मेरी झोली पे छाप लगी सरकारी की
बात मेरी इज्जत की नहीं है बात तेरे समान की
इस झोली पे छाप लगी है तेरे झुँझन धाम की

तू है जग की सेठानी सारे जग में हला है
जो भी दर पे आता भरती  उसका पल्ला है
झोली भर नहीं पाये तो ये सेठानी किस काम की
इस झोली पे छाप लगी है तेरे झुँझन धाम की

कल मैं मांगने आया था आज भी मांग ने आता हूँ
जितना मुझको देती हो घर का काम चलाता हूँ
इतना देदे मेरी ज़िंदगी हो जाये आराम की
इस झोली पे छाप लगी है तेरे झुँझन धाम की

किसी को थोड़ा थोड़ा जी किसी को जयदा जयदा जी
मारे शर्म के वनवारी तुजसे पूछ न पाता जी
अलग अलग क्या छाप लगाई तूने अपने नाम की
इस झोली पे छाप लगी है तेरे झुँझन धाम की
 

Agar Maangne Gaya Kahin~ अगर मांगने गया कहीं || RaniSati Dadi Bhajan || Saurabh Madhukar

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