भजन – एकला मत छोड़ जो बणजारा रे साखी— दाता नादिया एक साम,और सब कहू को देख, हाथ कुंभ जिसके जेस, और वैसा ही भरले ।। कबीर सोई पीर है,और जो जाने पर पीर , जो पर पीर न जान ही,और सो काफिर बे पीर।। भजन- एकला मत छोड़ जो , बणजारा रे । परदेश का है मामला टेड़ा हो प्यारा रे॥टेक ।। 1 .अपणा साहेब जीने बंगलो बणायो , बणजारा रे । ऊपर रखिया झरोखा , झांक्या करो प्यारा रे ॥
2 .अपणा साहेब जी ने बाग लगायो , बणजारा रे । अरे फूलां भरी है छाबड़ी , पोया करो प्यारा रे ॥ 3 .अपणा साहेबजी कुवलो , खंणायो बणजारा रे । गहरा भरिया नीर वाँ , न्हाया करो प्यारारे ॥ 4. कहै कबीर धर्मदास से , बणजारा रे । सत अमरापुर पावीया , सौदागिर प्यारा रे ॥
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ऊँचे महल चुनावता
और करता होड़महोड़
ते मंदिर खाली पड़े
सब गए पलक में छोड़
एजी
आया है सब जाएगा राजा रंक फकीर
कोई सिंहासन चढ़ चले कोई बंधे जंजीर
एकला मत छोड़जो बंजारा रे
Kabir Bhajan Lyrics in Hindi,Prahlad Singh Tipaniya Bhajan Lyrics in Hindi
परदेस का है मामला खोटा हो प्यार रे
दूर देस रा मामला टेढ़ा हो प्यारा रे
अपना साहिब जी रे
बंगलो बनायो बंजारा रे
ऊपर राखिया झरोखा
झांकिया करो प्यारा रे
अपना साहब जी रे
बाग़ लगायो बंजारा रे
फुला भरी है छाबड़ी
पायो करो प्यारा रे
अपना साहब जी रे
कुओ खानायो बंजारा रे
नहाया करो प्यारा रे
कहे कबीर धर्मदास से बंजारा रे
सौदा करो प्यारा रे
Ekala Mat Chod Jo Banjara Re Lyrics Prahlad Singh Tipaniya Bhajan Lyrics (Kabir Bhajan)
Oonche Mahal Chunaavata Aur Karata Hodamahod Te Mandir Khaalee Pade Sab Gae Palak Mein Chhod Ejee Aaya Hai Sab Jaega Raaja Rank Phakeer Koee Sinhaasan Chadh Chale Koee Bandhe Janjeer Ekala Mat Chhodajo Banjaara Re Parades Ka Hai Maamala Khota Ho Pyaar Re Door Des Ra Maamala Tedha Ho Pyaara Re Apana Saahib Jee Re Bangalo Banaayo Banjaara Re Oopar Raakhiya Jharokha Jhaankiya Karo Pyaara Re Apana Saahab Jee Re Baag Lagaayo Banjaara Re Phula Bharee Hai Chhaabadee Paayo Karo Pyaara Re Apana Saahab Jee Re Kuo Khaanaayo Banjaara Re Nahaaya Karo Pyaara Re Kahe Kabeer Dharmadaas Se Banjaara Re Sauda Karo Pyaara Re