ग्वालिड़ा तू कोनी जाने पिड़ परायी पिड़ परायी रे प्रीत परायी बेठ कदम पर साँवरो बंसी बजायी जी रे मेवाड़ी राणा रे सब गाय न घिर आयी चोर चोर दही माखन खायो जी रे मेवाड़ी राणा रे ब्रज की नार डराई जनमत ही कुल त्यारण कहियो जी
रे मेवाड़ी राणा रे मात-पिता गुरु भाई राजा माधोसिंह जी रा कुवर प्रताप सिंघजी रे मेवाड़ी राणा रे सब मिल सोरठ गाई बोल कृष्ण चन्द्र भगवान की जय
ग्वालिड़ा तू कोनी जाने पिड़ परायी राग:- सोरठ ग्वालिड़ा तू कोनी जाने पिड़ परायी पिड़ परायी रे प्रीत परायी बेठ कदम पर साँवरो बंसी बजायी जी (रे मेवाड़ी राणा रे) सब गाय न घिर आयी
Nath Ji Bhajan Lyrics Hindi,Rajasthani Devotional Bhajan Lyrics in Hindi
चोर चोर दही माखन खायो जी (रे मेवाड़ी राणा रे) ब्रज की नार डराई जनमत ही कुल त्यारण कहियो जी (रे मेवाड़ी राणा रे) मात-पिता , गुरु भाई राजा माधोसिंह जी रा कुवर प्रताप सिंघजी (रे मेवाड़ी राणा रे)सब मिल सोरठ गाई बोल कृष्ण चन्द्र भगवान की जय Gvaalida Too Konee Jaane Pid Paraayee Pid Paraayee Re Preet Paraayee Beth Kadam Par Saanvaro Bansee Bajaayee Jee
Re Mevaadee Raana Re Sab Gaay Na Ghir Aayee Chor Chor Dahee Maakhan Khaayo Jee Re Mevaadee Raana Re Braj Kee Naar Daraee Janamat Hee Kul Tyaaran Kahiyo Jee Re Mevaadee Raana Re Maat-pita Guru Bhaee Raaja Maadhosinh Jee Ra Kuvar Prataap Singhajee Re Mevaadee Raana Re Sab Mil Sorath Gaee Bol Krshn Chandr Bhagavaan Kee Jay
गवालिडा तू कोनी जाने पीर पराई ll भजन रतिनाथ जी महाराज