जबान जेसी मीठी जगत में जबान जैसी खारी लिरिक्स Jaban Jaise Mithi Jagat Me Lyrics

जबान जेसी मीठी जगत में जबान जैसी खारी क्या लिरिक्स Jaban Jaise Mithi Jagat Me Jaban Jaisi Khari Kya Lyrics

 
जबान जेसी मीठी जगत में जबान जैसी खारी लिरिक्स Jaban Jaise Mithi Jagat Me Lyrics

नाथ जी भजन लिरिक्स हिंदी
जबान जेसी मीठी जगत में
जबान जैसी खारी क्या
है पैसे का खेल जगत में
और दूसरी यारी क्या
हाकम होके न्याय न जाणे
वो हाकम हकदारी क्या
क्षत्रिय हो के पीठ दिखावे
वो राजा क्षत्र धारी क्या
बिन कुए एक बाग़ लगाया
फूलन की हुसियारी क्या
बिन महावत एक हस्ती देख्या
बिन राजा असवारी क्या,
साधु हो के तिरिया राखे
वो साधु तपधारी क्या
तिरिया होके जहर पिलावे
वो पतिवरता नारी क्या
मित्र हो के कपट रचावे
उस मित्र संग यारी क्या
अणतुराम उस्ताद हमारा
मूरख संग लाचारी क्या
जबान जेसी मीठी जगत में
जबान जैसी खारी क्या
है पैसे का खेल जगत में
और दूसरी यारी क्या
हाकम होके न्याय न जाणे


juban jaise mithi jagat mai Shree Navratan giri ji 

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
+

एक टिप्पणी भेजें