साड्डा चिड़ियाँ दा चम्बा वे बाबल हिंदी मीनिंग Sadda Chidiya Da Chamba Ve Hindi Meaning Lyrics Hindi

साड्डा चिड़ियाँ दा चम्बा वे बाबल हिंदी मीनिंग Sadda Chidiya Da Chamba Ve Hindi Meaning Lyrics Hindi

 

साड्डा चिड़ियाँ दा चम्बा वे बाबल हिंदी मीनिंग Sadda Chidiya Da Chamba Ve Hindi Meaning Lyrics Hindi

इस मार्मिक लोकगीत 'साड्डा चिड़िया दा चम्बा वे ' में एक लड़की डोली में बैठते वक़्त भारी मन से अपने पिता को कहती है की बाबल हम तो चिड़िया का चम्बा हैं। हमें तो ये घर छोड़ के जाना है। लड़की अपने बचपन और सहेलियों को याद करके दुखी होती है। यहाँ पर इस गीत का कुछ ही भाग गाया गया है।

गलियां ते तेरियां बाबल भिडीया
मेरा अगन होया परदेस
बाबल तू घर छोड़ दे अपणा
धी चली बेगाने देस


मूल रूप से 'गलियां ते तेरियां बाबल भिडियां' इसी गीत के विस्तृत अन्तरे से सबंधित है जिसमे लड़की अपने पिता से कह रही है की तुम्हारी गलियों में मेरी डोली फँस गयी है, गली संकरी (भिडियां ) बहुत है, इस पर पिता कहता है की मैं ईंटों को निकाल दूंगा। 'मेरा अगन होया परदेस ' का अर्थ है की मेरा आँगन (अगन ) अब मेरे लिए परदेसी हो गया है, मेरा नहीं रहा। बाबल (पिता ) अब तुम्हारी लड़की बेगाने देश को जा रही है।

साड्डा चिड़ियाँ दा चम्बा वे बाबल
असां उड़ जाणा..........असां उड़ जाणा
साड्डीयाँ लामियाँ उडारीयां वे
बाबल
असां उड़ जाणा..........असां उड़ जाणा
असां उड़ जाणा

चम्बा (झुण्ड ) हम हो चिड़ियों के झुण्ड के समान हैं, हमारा कोई ठिकाना नहीं, हमें तो उड़ के जाना ही है। असां (हमें, मुझे ) तो उड़ जाना है। हमारी उड़ान भी कोई नजदीक नहीं होगी, बहुत ही दूर उड़ के जाना हैं (लंबियाँ -बहुत लम्बी ) हमें तो उड़ के लम्बी उड़ान भरनी है।

जञ्ज बैठी है बूहा मल के
होणा मैं परदेशण भल के
ले घर दियां कुंजियाँ साम ले नी माये
उड़ जाणा..........असां उड़ जाणा
.....असां उड़ जाणा
.....असां उड़ जाणा


जञ्ज (बारात ) बारात बुहा (दरवाजे ) के सामने (मल ) बैठी है। मुझे तो भल (कल -Tomorrow ) परदेसन हो जाना है। अपनी ,माँ को लड़की कहती है की 'ले घर दियां कुंजियाँ ' तुम घर की चाबियाँ ले लो (साम -सम्भालो ) हमें तो उड़ जाना है।

बाबल अंबरी वीर भी तकदे
लिखियाँ नूं मोड़ नी सकदे
फिर किस्मत दे नाळ मेले
बाबल
असां उड़ जाणा.........असां उड़ जाणा
असां उड़ जाणा

वीर (भाई ) बाबल (पिता ) देखो आज मेरे भाई भी दुखी होकर अम्बरी (आकाश ) की और ताक रहे हैं। लेकिन किस्मतों के लेख को कौन बदल सकता है। मुझे तो उड़ जाना है।

बक्श दे नी मांये बत्तियॉँ दारां
जांदी वारी सलाम ग़ुज़ारां
साड्डी अज्ज दी अखीरी रात
बाबल


बक्श (मांफ कर दो ), माये - माँ, बत्तियॉँ दारा - परवरिश, खिलाना पिलाना, माँ , मुझे मांफ कर दो आपने मुझे बहुत प्यार से पाला है , मेरी परवरिश की है। मेरा जाती हुयी का सलाम लो। आज मेरी ये आखिरी रात है आपके साथ।
असां उड़ जाणा..........असां उड़ जाणा

असां उड़ जाणा
साड्डा चिड़ियाँ दा चम्बा वे बाबल
असां उड़ जाणा..........असां उड़ जाणा
साड्डीयाँ लामियाँ उडारीयां वे
बाबल
असां उड़ जाणा..........असां उड़ जाणा
असां उड़ जाणा


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1 टिप्पणी

  1. ������ thank you.