मेरी नैया पार लगेगी माँ खड़ी है तू उस पार

मेरी नैया पार लगेगी माँ खड़ी है तू उस पार

(मुखड़ा)
मेरी नैया पार लगेगी,
माँ, खड़ी है तू उस पार,
ना कोई माझी साथ में,
ना हाथों पतवार।।

(अंतरा)
जीवन रूपी नाव भवानी,
चलती तेरे दम पे माँ,
रहे बरसता यूँ ही दादी,
प्यार तुम्हारा हम पे माँ,
माँ बनकर रहना यूँ ही,
माँ बनकर रहना यूँ ही,
नैया की खेवनहार,
ना कोई माझी साथ में,
ना हाथों पतवार।।

मुझे यकीन है, बिन बोले ही,
दादी दौड़ी आएगी,
मझधारों में अटकी नैया,
आके पार लगाएगी,
ये अटल भरोसा मेरा,
ये अटल भरोसा मेरा,
मेरे जीवन का आधार,
ना कोई माझी साथ में,
ना हाथों पतवार।।

नैनों की पुतली में दादी,
हर पल तेरा बसेरा है,
हर्ष कहे, तुमसे जीवन में,
हरदम नया सवेरा है,
दे स्पर्श तेरे हाथों का,
दे स्पर्श तेरे हाथों का,
कर स्वाति का उद्धार,
ना कोई माझी साथ में,
ना हाथों पतवार।।

(अंतिम पुनरावृत्ति)
मेरी नैया पार लगेगी,
माँ, खड़ी है तू उस पार,
ना कोई माझी साथ में,
ना हाथों पतवार।।
 


माँ खड़ी है तू ~ Maa Khadi Hai Tu ~ Swati Agarwal ~ New Dadi Bhajan ~ Sci Bhajan Official
Next Post Previous Post