नगरी या सारी मौज करो कर्मों के आधीन है इस जग का संसार किये कर्म ही बनते हैं सुध दुःख का आधार नगरीया सारी मौज करो रमते फ़कीर का कहना पुगाणा नगरीया सारी मौज करो हारी बीमारी दुःख लाचारी
नगर से सब दूर रहे ओहदे दारी खुशियां सारी नगर में भरपूर रहे धरम और करम से ना हाथ ना तुम हटाना नगरीया सारी सुख से बसों नगरीया सारी मौज करो रमते फ़कीर का कहना पुगाणा नगरी या सारी मौज करो नगरी या सारी मौज करो खेती क्यारी और रोजगारी बढ़िया कारोबार यो
Bhagat Ram Niwas Bhajan
प्रेम शक्ति की इस नगरी में हर दम पहरेदार रहियो कर्मा मनसा दुखी की सेवा कभी ना भुलाना नगरीया सारी सुख से बसों नगरीया सारी मौज करो रमते फ़कीर का कहना पुगाणा नगरी या सारी मौज करो नगरी या सारी मौज करो ऊँची बात रहे सदा जग में नियत कभी ना काली हो फूलो फलो सदा ये नगरी
खुशियों भरी हरियाली हो मंगल मांगल्य प्रसाद तुम चढ़ाना नगरीया सारी सुख से बसों नगरीया सारी मौज करो रमते फ़कीर का कहना पुगाणा नगरी या सारी मौज करो नगरी या सारी मौज करो धरम करम रहे सदा यहाँ पर नहीं पाप की छाँया हो दानी ग्यानी नर नारीयान सबकी सुख में कायां हो ये सन्देश नाथ का सबको सुनाना नगरीया सारी सुख से बसों नगरीया सारी मौज करो रमते फ़कीर का कहना पुगाणा नगरी या सारी मौज करो नगरी या सारी मौज करो