बूड़े थे परि ऊबरे गुर की लहरि चमंकि मीनिंग
बूड़े थे परि ऊबरे, गुर की लहरि चमंकि।
भेरा देख्या जरजरा, ऊतरि पड़े फरंकि।।
Boode The Pari Oobare, Gur Kee Lahari Chamanki.
Bhera Dekhya Jarajara, Ootari Pade Pharanki..
Bude The Pari Ubare Hindi Meaning Kabir Ke Dohe
Bude The Pari Ubare Word Meaning बूड़े थे परि ऊबरे शब्दार्थ-बड़े-डूबे , परी उबरे-निकल जाना/उबर जाना, गुरु की लहरि चमकि -गुरु की लहर /ज्ञान की लहर, भेरा-बेड़ा, जरजरा-जीर्ण-शीर्ण/टुटा फूटा, फरकि-फड़क कर, कूदकर, अलग हो जाना।
बूड़े थे परि ऊबरे दोहे का हिंदी मीनिंग : मैं (शिष्य ) संसार की अज्ञान रूपी नौका में सवार था और सोच रहा था की इसी के माध्यम से मैं इस संसार (भव ) से पार हो जाऊँगा। ये तो सही समय पर गुरु के ज्ञान की एक लहर आयी और मैं नांव से छिटक कर दूर जाकर पड़ा और देखा की जिस नाव में मैं सवार था वह तो बिलकुल ही टूटी फूटी थी और जर्जर थी, जिसके सहारे भव सागर को पार करना असम्भव था। भाव है की गुरु के ज्ञान के बगैर भव सागर में डूबना निश्चित ही है, गुरु के बताये मार्ग से ही जीव का कल्याण सम्भव है। इस दोहे में रूपक अलंकार का उपयोग किया गया है।