पतंजलि शुद्ध शिलाजीत के फायदे Patanjali Shuddh Shilajit Benefits and Usages

पतंजलि शुद्ध शिलाजीत के फायदे Patanjali Shuddh Shilajit Benefits and Usages

पतंजलि शिलाजीत क्या है : पतंजलि आयुर्वेदा शिलाजीत अन्य दवाओं के योग से जैसे अश्वशिला टेबलेट्स और शुद्ध शिलाजीत लिक्विड में उपलब्ध है। शिलाजीत के गुणों को जानने से पहले जानिये की शिलाजीत होता क्या है। यहाँ पर यह स्पष्ट करना जरुरी है की इस लेख में आप शिलाजीत के सम्बद्ध में सामान्य जानकारी प्राप्त करेंगे। यह लेख किसी रोग का निदान नहीं करता है। शिलाजीत की मात्रा/सेवन के तरीके के लिए आपको वैद्य की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
 
पतंजलि शुद्ध शिलाजीत के फायदे Patanjali Shuddh Shilajit Benefits and Usages
शिलाजीत :
(Shilajeet) शिलाजीत चट्टानों से निकलने वाला एक चिपचिपा, गाढ़ा, सफ़ेद / भूरे रंग का प्रदार्थ होता है। प्रधान रूप से इसका रंग गहरा भूरा होता है तथा प्राथमिक रूप से देखने में यह काले रंग का, तारकोल के समान प्रतीत होता है जो सूखने के बाद हलके रंग का और चमकीला हो जाता है। शुद्ध शिलाजीत जल में विलेय होता है। शिलाजीत को संस्कृत में शिलाजतु, गिरिज, शैलनिर्यास, अश्मज. हिंदी में शिलाजीत फ़ारसी में मोमिआइ अंग्रेजी में ब्लाक बिटुमिन, मिनरल पिच आदि नामों से जाना जाता है।

शिलाजीत के बनने की प्रक्रिया को जाने तो जब सूरज की तीखी किरणे चट्टानों पर पड़ती है तो उनमे से एक गाढ़ा द्रव्य रिसता है और यही सूखने के बाद शिलाजीत के रूप में पहचाना जाता है। इसी द्रव्य को 'शलजातु' कहा जाता है। यह शिलाओं पर पैदा होता है इसलिए ही इसे शिलाजीत कहा जाता है। वस्तुतः शिलाजीत पौधों के द्वारा चट्टानों पर धीमी अपघटन की क्रिया से उत्पन्न होता है। शिलाजीत मृदु, स्निग्ध, स्वच्छ और गुरु होता हैं तथा उसमे कुछ कुछ गौमूत्र के समान गंध आती है। शिलाजीत में आलुबुमिनोइड्स, राल, वसाम्ल, बेंज़ोइक तथा हूपुरिक एसिड होते हैं और इसके अलावा इसमें लगभग ८० से अधिक मिनरल्स होते हैं। शिलाजीत को औषधीय रूप से काम में लेने के लिए इसे प्रोसेस्ड किया जाना आवश्यक है, कच्चे शिलाजीत में भारी धातु आयरन, फ्री रेडिकल्स, कवक और अन्य प्रदूषित तत्व मिले हो सकते हैं जो आपको गंभीर रूप से बीमार कर सकते हैं।
 
हजारों वर्षों से यूनानी और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में शिलाजीत का उपयोग विभिन्न दवा बनाने में किया जाता रहा है और इसे बलपुष्टिकारक, ओजवर्द्धक, दौर्बल्यनाशक एवं धातु पौष्टिक माना जाता है। सबसे पहले इसका जिक्र शुश्रुत्र सहिंता में किया गया है और इसे 'रस' की श्रेणी में रखा गया है। आयुर्वेद में शिलाजीत के गुण धर्म में इसे कड़वा, कसैला, उष्ण, वीर्य शोषण तथा छेदन करने वाला माना गया है। इसके मिलान से चन्द्रप्रभा वटी , शिलाजित्वादि लौह और चिंतामणि रस, प्रमेहगज केसरी, आरोग्य वर्द्धिनी वटी, राह्मी वटी आदि ओषधियों के अलावा कई अन्य पेटेंट ओषधियों का निर्माण भी निर्माताओं के द्वारा किया जा रहा है। 
 
संस्कृत में शिलाजतु, गिरिज, शैलनिर्यास, अश्मज. हिंदी में शिलाजीत फ़ारसी में मोमिआइ अंग्रेजी में ब्लाक बिटुमिन, मिनरल पिच, उर्दू में سلاجیت‎)., फारसी में مومنایی नामों से जानाजाता है। भारत में प्रधान रूप से शिलाजीत हिमालय के पर्वतों में पाया जाता है। हिन्दुकुश के पहाड़ी इलाकों में यह बहुतायात से पाया जाता है। मई और जून के महीनों में इसे पहाड़ों से निकाला जाता है। शिलाजीत में प्रधान रूप से ज़िंक, टाइटेनियम, सिलिकॉन, सोडियम, मेगनीज, निकल, गुलटामिक एसिड, कॉपर, कैल्शियम आदि खनिज पाए जाते हैं। इसका स्वाद तिक्त और कटु होता है।

शुद्ध शिलाजीत की पहचान (How to Check Pure Shilajeet )

शिलाजीत को आप यदि सीधा ही खरीद रहें हो तो विशेष रूप से ध्यान देने योग्य बात है की यह शुद्ध और प्रोसेस्ड होना चाहिए। यदि इसे शुद्ध ना किया जाय तो इसमें मौजूद हैवी मेटल्स और अशुद्धियाँ गंभीर बिमारियों का कारण बन जाती है। चूँकि शिलाजीत हर जगह पैदा नहीं होता है इसलिए इसकी पहचान कर पाना संभव नहीं होता है और अक्सर हमें मिलावटी शिलाजीत मिलता है। शिलाजीत की पहचान के लिए आप पानी और आग के माध्यम से आसानी से इसकी पहचान कर सकते हैं। पानी के माध्यम से नकली शिलाजीत भी कुछ कुछ असली जैसा प्रतीत होता है, इसलिए बेहतर होगा की अग्नि के माध्यम से आप शिलाजीत की पहचान करें। आप शिलाजीत के एक छोटे से टुकड़े को किसी लम्बे लोहे के तार के छोर पर चिपका कर इसे अग्नि के संपर्क में लाये। जब शुद्ध शिलाजीत अग्नि के सम्पर्क में आएगा तो वह ऊपर की और उठेगा और इसके विपरीत नकली शिलाजीत जलने लग जाएगा और जल कर निचे गिरने लगेगा। बेहतर तो यही होगा की आप किसी प्रतिष्ठित निर्माता का प्रोसेस्ड शिलाजीत खरीदें जिससे नकली की सम्भावना नहीं होगी।
शिलाजीत की तासीर : (Shilajeet Taseer) शिलाजीत की तासीर गर्म (होती है।
शिलाजीत की फॉर्म : शिलाजीत के कैप्सूल, शिलाजीत पाउडर और लिक्विड शिलाजीत उपलब्ध है।
(Forms of Shilajeet): शिलाजीत सूखे पाउडर, टुकड़ों में और लीकविड फॉर्म में उपलब्ध होता है।
शिलाजीत लिक्विड के लाभ : वैद्य के सलाह के उपरांत बतायी गयी मात्रा के अनुसार शिलाजीत का सेवन करना हमारे शरीर के लिए निम्न रूप से लाभदायी होता है।

शिलाजीत के लाभ What are the benefits of Shilajit Shilajeet Ke Fayade Hindi Me शिलाजीत के फायदे

शिलाजीत को प्राय यौन शक्ति से ही जोड़कर देखा जाता है जबकि विभिन्न शोधों के शिलाजीत में लगभग ८४ खनिज और फुलविक एसिड होता है जिसका हमारे शरीर में बहुत ही सकारात्मक परिणाम होता है। अनुसार इसके अन्य कई लाभ भी होते हैं।
  • शिलाजीत के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है, जिससे शरीर को विभिन्न रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है।
  • एक विशेष प्रकार के रोग Alzheimer’s disease में भी इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। शिलाजीत में विशेष रूप से fulvic acid होता है जो की ब्रेन से सबंधित विकारों में उपयोगी होता है। शिलाजीत से मस्तिष्क का विकास भी होता है और स्मरण शक्ति और एकाग्रता में इजाफा होता है। शिलाजीत में मौजूद फुलविक एसिड ताऊ प्रोटीन (Tau protein) की असामान्य बढ़ोत्तरी पर रोक लगाता है जिससे अल्जाइमर के लक्षणों को कम करता है।
  • इस ओषधि के सेवन से शारीरिक कमजोरी दूर होती है, यथा कार्य करने में रूचि का अभाव, चिड़चिड़ापन आदि।
  • शिलाजीत में fulvic acid होता है जो की रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के साथ ही बढ़ती उम्र के प्रभावों को कम करने में सहायक होता है। जैसे की याद दास्त में कमी, बालों का झड़ना आदि। इसके सेवन से सम्पूर्ण शरीर में ताकत बढ़ती है और एजिंग प्रोसेस के प्रभाव नियंत्रित होते हैं।
  • शिलाजीत में आवश्यक ह्यूमिक एसिड और आयरन होता है जिससे शरीर में आयरन की कमी दूर होती है। आयरन की कमी से चिड़चिड़ापन, सरदर्द, हाथ पावों का ठंडा पड़ना, कमजोरी जैसे लक्षण हो सकते हैं। एनीमिया रोग में भी शिलाजीत उपयोगी होता है।
  • इस दवा के सेवन से आपका दिल स्वस्थ रहता है, लेकिन विशेष दिल सबंधी रोगों में इसका सेवन नहीं किया जाना चाहिए। शिलाजीत सामान्य रक्तचाप को बनाये रखने में मदद करता है। शिलाजीत रक्त में शर्करा (glucose) के स्तर को नियंत्रण में रखता है और शुगर रोग में भी लाभदायी होता है।
  • शिलाजीत के सेवन से लो स्पर्म काउंट, शीघ्रपतन, बांझपन आदि विकारों में लाभ पहुंचता है।
  • माताओं और बहनों के अनियमित मासिक धर्म को अन्य दवाओं के योग से शिलाजीत के माध्यम से ठीक किया जा सकता है।
  • शिलाजीत के सेवन से शरीर से विषाक्त प्रदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है और व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य मिलता है।
  • हाई अलटीट्यूड सबंधी विकारों को दूर करने में भी शिलाजीत लाभदायी होता है।
  • शरीर में आयी सूजन को दूर करने में लाभदायक होती है।
  • घुटनों के दर्द में भी शिलाजीत के सेवन से लाभ मिलता है।
  • रक्त को साफ़ करने और हृदय के स्वास्थ्य हेतु लाभदायी।
  • हड्डियों के पोषण के लिए भी शिलाजीत का उपयोग लाभदायी माना गया है।
  • बढ़ती उम्र के प्रभावों को कम करने में शिलाजीत का उपयोग लाभदायी होता है।
  • वैद्य की देख रेख में अन्य दवाओं के योग से शिलाजीत का उपयोग शरीर मे Blood Glucose level को नियंत्रित करता है और Lipids profile को भी संतुलित रखता है।
  • क्रोनिक फॉटिग सिंड्रोम में भी शिलाजीत का उपयोग लाभदायी होता है।
  • शरीर में रक्त के स्तर को नियंत्रित करने में लाभदायी।
  • शिलाजीत वाजीकारक होता है।
शिलाजीत के सेवन में सावधानी : Side Effects of Shilajit
  • इसका सेवन करने से पूर्व वैद्य की सलाह अवश्य लेनी चाहिए। वैद्य आपके शरीर की तासीर, उम्र और विकार के मुताबिक इसके सेवन का तरीका और मात्र निश्चित करता है। शिलाजीत की अनियमित मात्र शरीर को नुकसान पंहुचा सकती है।
  • उच्च ब्लड प्रेशर के रोगियों को इसका सेवन प्राय नहीं करना चाहिए क्यों की शिलाजीत के खनिज शरीर में जाकर ब्लड प्रेशर को और अधिक बढ़ा देते हैं।
  • पहाड़ी इलाकों में यदि आप किसी व्यक्ति से शिलाजीत खरीदते हैं तो इसकी प्रमाणिकता की जांच अवश्य करवा लेवे। शिलाजीत को बिना शुद्ध किये इसका सेवन नुकसानदेह होता है।
  • कुछ व्यक्तियों में शिलाजीत से 'एलर्जी' हो सकती है इसलिए इसके सेवन को वैद्य की देख रेख में करें।
  • कच्चे और अनपरोसेस्सेड शिलाजीत का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
  • जी मिचलाना हृदय गति का बढ़ना आदि विकार होने पर इसका सेवन बंद कर देना चाहिए।
पतंजलि शिलाजीत के सबंध में पतंजलि आयुर्वेदा का कथन :
Shuddh Shilajit treats all types of diseases. And if some healthy person uses it with the prescribed method, they gets unbounded power, energy, strength, luster and aura. It also gives result in gout, cervical spondylosis, sciatica and backache. It is also beneficial in cold, cough, coryza, chill, allergy, breath problem, asthma, lungs weakness, tuberculosis, weak bones, physical weakness, sperms, sexual disorders and diabetes besides many other diseases.

पतंजलि शिलाजीत कहाँ से खरीदें : वैद्य की सलाह के उपरान्त आप शिलाजीत का उपयोग कर सकते हैं। आप शिलाजीत को पतंजलि आयुर्वेदा के स्टोर या फिर ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। पतंजलि शिलाजीत खरीदने के लिए आप पतंजलि की वेबसाइट पर करे जहाँ पर आप इस सबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
आप एनसीबीआई की निम्न सामग्री का अध्ययन करें जिन पर यह लेख आधारित है।
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/30728074
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3296184/
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6364418/

National Center for Biotechnology Information, U.S. National Library of Medicine 8600 Rockville Pike, Bethesda MD, 20894 USA

Does Shilajit increase testosterone? क्या शिलाजीत के उपयोग से टेस्टोटेरेन के स्तर को बढ़ाया जा सकता है ? : नवीतम शोध के अनुसार शिलाजीत के वैद्य के निरीक्षण में सेवन करने से १९ से २० प्रतिशत तक टेस्टोटेरेंन के स्तर (testosterone levels) को बढ़ाया जा सकता है। (अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें )
 
How long will Shilajit take to work? शिलाजीत को कितने समय तक लेने पर यह अपना प्रभाव दिखाता है ? 
शिलाजीत को वैद्य की बताई मात्रा के आधार पर सेवन करने से यह सामान्य रूप से दो से तीन सप्ताह में अपना प्रभाव दिखाता है।  
 
What is Shilajit? शिलाजीत क्या है ? शिलाजीत एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला खनिजों का एक संयुक्त रूप है जो पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है। इसके शोधन के उपरांत आयुर्वेद में इसके माध्यम से अनेकों रोगों का उपचार किया जाता है।  
 
शिलाजीत में सबसे अधिक प्रभावी क्या होता है ? शिलाजीत में लगभग ८४ खनिज होते हैं लेकिन इसमें पाया जाने वाला फुलविक एसिड हमारे शरीर के लिए बहुत प्रभावी माना गया है। 
 
क्या शिलाजीत के कई प्रकार होते हैं ? Are there different types of Shilajit ? प्रधान रूप से शिलाजीत एक जैसा ही होता है लेकिन इसकी उत्पत्ति के स्थानों की विविधता का इसके गुण धर्म पर बहुत असर होता है। कहा जाय को क्षेत्र के आधार पर (ऊंचाई और जलवायु ) शिलाजीत के प्रकार तय किये जा सकते हैं। 
 
Which brand Shilajit is best? शिलाजीत का कौनसा ब्रांड सर्वश्रेष्ठ है ? : इसका कोई निश्चित मानक नहीं है, बाजार में कई निर्माताओं के प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं। आप वैद्य की सलाह से शिलाजीत क्रय कर सकते है। वर्तमान में पतंजलि आयुर्वेदा (दिव्य फार्मेसी ) की तरफ से इसे काफी किफायती दरों पर उपलब्ध करवाया जा रहा है, जिसे आप ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। 
 
क्या शिलाजीत का प्रयोग मस्तिक विकार के लिए भी प्रभावी होता है ? Use of Shilajit Alzheimer's therapy : शिलाजीत के प्रयोग से बढ़ती उम्र के प्रभावों को दूर करने में मदद मिलती है और Alzheimer's में भी लाभदायी होता है। 
 
क्या शिलाजीत से बढ़ती उम्र के प्रभावों को दूर किया जा सकता है ? Is Shilajeet Anti Aging : शिलाजीत में एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज होती हैं और फुलविक एसिड के कारन यह बढ़ती उम्र के प्रभावों को रोकने में मददगार हो सकता है (अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें )
 
Can I take Shilajit at night? क्या शिलाजीत को रात्रि में लिया जा सकता है ? सामान्य रूप से शिलाजीत को सुबह खाली पेट लिया जाता है। इस सबंध में आप वैद्य की राय अवश्य लें। 
 
Is Shilajit good for female? क्या शिलाजीत का उपयोग महिला कर सकती हैं ? हाँ, शिलाजीत का उपयोग महिलाओं के लिए भी लाभदायी होता है। 
The author of this blog, Saroj Jangir (Admin), is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me, shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.

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2 टिप्पणियां

  1. nice info
    1. Thanks