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केशव माधव गोविंद बोल, केशव माधव गोविंद बोल।।
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केशव माधव गोविंद बोल, केशव माधव गोविंद बोल।।
नाम प्रभु का है शुभकारी, पाप काटेंगे क्षण में भारी।।
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नाम का पी ले अमृत घोल, नाम का पी ले अमृत घोल।।
केशव माधव गोविंद बोल, केशव माधव गोविंद बोल।।
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केशव माधव गोविंद बोल, केशव माधव गोविंद बोल।।
सोमा पढ़वत बने पटवारी, बड़े बड़े निशाचर संघारी।।
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नाम की महिमा है अनमोल, नाम की महिमा है अनमोल।।
केशव माधव गोविंद बोल, केशव माधव गोविंद बोल।।
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केशव माधव गोविंद बोल, केशव माधव गोविंद बोल।।
नरसी भगत की हुंडई शिकारी, बन गयो पावन शह बावरी।।
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द्वार तू अपने मन के खोल, द्वार तू अपने मन के खोल।।
केशव माधव गोविंद बोल, केशव माधव गोविंद बोल।।
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नाम प्रभु का है शुभकारी, पाप काटेंगे क्षण में भारी।।
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नाम का पी ले अमृत घोल, नाम का पी ले अमृत घोल।।
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सोमा पढ़वत बने पटवारी, बड़े बड़े निशाचर संघारी।।
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नरसी भगत की हुंडई शिकारी, बन गयो पावन शह बावरी।।
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केशव माधव गोविंद बोल, केशव माधव गोविंद बोल।।
Bol Hari Bol Hari | Krishna Bhajans | Jai Jai Krishna | Bhakti Songs | Shemaroo Bhakti
केशव, माधव, गोविंद—हरि के ये नाम केवल उपासना के शब्द नहीं, बल्कि साक्षात् कल्याण, आनंद और मुक्ति का अमृत-घोल हैं। जब मन बार-बार इन नामों का उच्चारण करता है, तब बाहरी दु:ख, अवसाद और पाप की सारी बाधाएँ पल भर में दूर हो जाती हैं। यह नाम सच्ची भक्ति, प्रेम और सहज साधना के परम साधन हैं—जो मन को आनंद, निर्भयता और पवित्रता की ओर ले जाते हैं.
हरि नाम का शाब्दिक अर्थ है 'हरण करने वाला' या 'दुख दूर करने वाला'। भगवान कृष्ण को हरि इसलिए कहा जाता है क्योंकि वे अपने भक्तों के पापों, दुःखों और कष्टों को हर लेते हैं (दूर कर देते हैं), तथा उन्हें जीवन-मरण के बंधन से मुक्ति प्रदान करते हैं। यह नाम उनकी परम कल्याणकारी शक्ति और भक्तों के प्रति उनकी असीम दया को दर्शाता है।
केशव नाम का प्रयोग दो मुख्य कारणों से होता है: पहला, 'केश' यानी सुंदर लंबे बाल के कारण, जो उनके आकर्षक और मनमोहक स्वरूप का वर्णन करता है; दूसरा और अधिक गहरा कारण पौराणिक कथाओं से जुड़ा है, जहाँ उन्हें केशी नामक भयंकर असुर का वध करने के कारण केशव कहा गया। यह नाम उनकी वीरता और धर्म की स्थापना के लिए दुष्टों का नाश करने की उनकी क्षमता को प्रतिष्ठित करता है।
माधव नाम भी दो अर्थों में अत्यंत महत्वपूर्ण है: एक व्याख्या के अनुसार, 'मा' का अर्थ है लक्ष्मी (धन और समृद्धि की देवी) और 'धव' का अर्थ है पति या स्वामी, इसलिए माधव का अर्थ हुआ लक्ष्मी के पति; दूसरी व्याख्या यह है कि उनका जन्म मधु वंश में हुआ था, या फिर वे मधु नामक दैत्य के वंशज थे, जिस कारण वे माधव कहलाए। यह नाम उनकी समृद्धि, ऐश्वर्य और समस्त जगत के स्वामी होने के भाव को व्यक्त करता है।
केशव नाम का प्रयोग दो मुख्य कारणों से होता है: पहला, 'केश' यानी सुंदर लंबे बाल के कारण, जो उनके आकर्षक और मनमोहक स्वरूप का वर्णन करता है; दूसरा और अधिक गहरा कारण पौराणिक कथाओं से जुड़ा है, जहाँ उन्हें केशी नामक भयंकर असुर का वध करने के कारण केशव कहा गया। यह नाम उनकी वीरता और धर्म की स्थापना के लिए दुष्टों का नाश करने की उनकी क्षमता को प्रतिष्ठित करता है।
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