दरस दो बनवारी गिरधारी श्याम भजन
दया क्या ये कम है ओ घनश्याम प्यारे,
जो चरणों में तेरे ठिकाना मिला है,
चरणों में तेरे ठिकाना मिला है,
बड़े भाग्यशाली हैं वो तेरे बन्दे
जिन्हे आपसे दिल लगाना मिला है,
आपसे दिल लगाना मिला है,
हूँ रहमत के सदके तुम्हारे,
चरणों में ये सर झुकना मिला है
दरस दो बनवारी गिरधारी
श्याम मेरी बीती उमरिया सारी
दरस दो बनवारी गिरधारी
श्याम मेरी बीती उमरिया सारी
अब बहुत हुयी हेरि फेरी
अलके बिखराके आ जाओ
अब बहुत हुयी मम माण सखी
मुस्कान लुटाते आ जाओ
अब बहुत हुयी रसिया प्रीतम
लोगो को हसाते आ जाओ
अब बहुत हुयी चीत्चोर सजन
बंसी को बजाते आ जाओ
अब बहुत हुयी अब दीन बन्दू
बिगड़ी को बनाने आ जाओ
अब बहुत हुयी करुणा सिन्धु
करुणा बरसाने आजाओ
अब बहुत हुयी हे परान नाथ
मेरे परान बचाने आजाओ
दरस दो बनवारी गिरधारी
श्याम मेरी बीती उमरिया सारी
जो चरणों में तेरे ठिकाना मिला है,
चरणों में तेरे ठिकाना मिला है,
बड़े भाग्यशाली हैं वो तेरे बन्दे
जिन्हे आपसे दिल लगाना मिला है,
आपसे दिल लगाना मिला है,
हूँ रहमत के सदके तुम्हारे,
चरणों में ये सर झुकना मिला है
दरस दो बनवारी गिरधारी
श्याम मेरी बीती उमरिया सारी
दरस दो बनवारी गिरधारी
श्याम मेरी बीती उमरिया सारी
अब बहुत हुयी हेरि फेरी
अलके बिखराके आ जाओ
अब बहुत हुयी मम माण सखी
मुस्कान लुटाते आ जाओ
अब बहुत हुयी रसिया प्रीतम
लोगो को हसाते आ जाओ
अब बहुत हुयी चीत्चोर सजन
बंसी को बजाते आ जाओ
अब बहुत हुयी अब दीन बन्दू
बिगड़ी को बनाने आ जाओ
अब बहुत हुयी करुणा सिन्धु
करुणा बरसाने आजाओ
अब बहुत हुयी हे परान नाथ
मेरे परान बचाने आजाओ
दरस दो बनवारी गिरधारी
श्याम मेरी बीती उमरिया सारी
Darash Do Girdhari Banwari||Alka Goyal Ji
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