पपैया रे पिवकी बाणि न बोल लिरिक्स Papaiya Re Piv Ki Bani Na Bol Lyrics

पपैया रे पिवकी बाणि न बोल लिरिक्स Papaiya Re Piv Ki Bani Na Bol Lyrics

 
पपैया रे पिवकी बाणि न बोल लिरिक्स Papaiya Re Piv Ki Bani Na Bol Lyrics

पपैया रे पिवकी बाणि न बोल।
सुणि पावेली बिरहणी रे थारी रालेली पांख मरोड़।।

चांच कटाऊँ पपैया रे ऊपर कालोर लूण।
पिव मेरा मैं पिव की रे तू पिव कहै स कूण।।

थारा सबद सुहावणा रे जो पिव मेला आज।
चांच मंढाऊँ थारी सोवनी रे तू मेरे सिरताज।।

प्रीतम कूं पतियां लिखूं रे कागा तूं ले जाय।
जाइ प्रीतम जासूं यूं कहै रे थांरि बिरहण धान न खाय।।

मीरा दासी ब्याकुली रे पिव-पिव करत बिहाय।
बेगि मिलो प्रभु अंतरजामी तुम बिनु रह्यौ न जाय।।
 
शब्दार्थ-पिवी की = प्रियतम की। पावेली = पावेगी। रालैली = रक्वेगी। कालर = काला। मेला = मिल जाता। धान = धान्य, अन्न।


 
Meera Bhajan - Papeeha Re Peev Ki Baani Na Bol - with Lyrics, Voice - Lata
 
papaiya re pivakee baani na bol.
suni paavelee birahanee re thaaree raalelee paankh marod..

chaanch kataoon papaiya re oopar kaalor loon.
piv mera main piv kee re too piv kahai sa koon..

thaara sabad suhaavana re jo piv mela aaj.
chaanch mandhaoon thaaree sovanee re too mere sirataaj..

preetam koon patiyaan likhoon re kaaga toon le jaay.
jai preetam jaasoon yoon kahai re thaanri birahan dhaan na khaay..

meera daasee byaakulee re piv-piv karat bihaay.
begi milo prabhu antarajaamee tum binu rahyau na jaay.

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