पायो जी मैंने राम रतन धन पायो भजन
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने
वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु
वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु
कृपा कर अपनायो
पायो जी मैंने
कृपा कर अपनायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
जन्म जन्म की पूंजी पाई
जन्म जन्म की पूंजी पाई
जग में सबी खुमायो
पायो जी मैंने
जग में सबी खुमायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
खर्च ना खूटे, चोर ना लूटे
खर्च ना खूटे, चोर ना लूटे
दिन दिन बढ़त सवायो
पायो जी मैंने
दिन दिन बढ़त सवायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
सत की नाव खेवटिया सतगुरु
सत की नाव खेवटिया सतगुरु
भवसागर तरवयो
पायो…
पायो जी मैंने
वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु
वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु
कृपा कर अपनायो
पायो जी मैंने
कृपा कर अपनायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
जन्म जन्म की पूंजी पाई
जन्म जन्म की पूंजी पाई
जग में सबी खुमायो
पायो जी मैंने
जग में सबी खुमायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
खर्च ना खूटे, चोर ना लूटे
खर्च ना खूटे, चोर ना लूटे
दिन दिन बढ़त सवायो
पायो जी मैंने
दिन दिन बढ़त सवायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
सत की नाव खेवटिया सतगुरु
सत की नाव खेवटिया सतगुरु
भवसागर तरवयो
पायो…
पायो जी म्हे तो राम रतन धन पायो।
वस्तु अमोलक दी म्हारे सतगुरु किरपा कर अपनायो।।
जनम जनमकी पूंजी पाई जगमें सभी खोवायो।
खरचै नहिं को चोर न लेवै दिन-दिन बढत सवायो।।
सतकी नाम खेवटिया सतगुरु भवसागर तर आयो।
वस्तु अमोलक दी म्हारे सतगुरु किरपा कर अपनायो।।
जनम जनमकी पूंजी पाई जगमें सभी खोवायो।
खरचै नहिं को चोर न लेवै दिन-दिन बढत सवायो।।
सतकी नाम खेवटिया सतगुरु भवसागर तर आयो।
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