चाल जाटणी तन्ने दिखाऊँ,चाळा पाटे स, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स, अर अर रे, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स, अर अर रे, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स, किस्मत से पहले देता, और भाग्य से ज्यादा रे, श्याम धणी की यारी का यो पूरा फायदा रे, श्याम धणी की यारी का यो पूरा फायदा रे, के तेरे मन में आरी, क्यों तू जाण ते नाटे से, देखे रे, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स, बिन माँगे सब दे देता यो बड़ा निराळा स, मैं क्यों फिकर करूँ जब बैठ्या खाटू वाळा स, मैं क्यों फिकर करूँ जब बैठ्या खाटू वाळा स, एक पल में दुःखा के बादळ सारे छांटे स, मखा, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स, उनके भाग बड़े होते जो श्याम के दर पे जाते, सोनू लक्खा श्याम धणी की जय जयकार लगाते, सोनू लक्खा श्याम धणी की जय जयकार लगाते, अहंकार में उड़नियाँ के पर भी काटे स, अहंकार में उड़नियाँ के पर भी काटे स, देखे रे, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स, मेरा खाटू वाळा श्याम झोळी भर भर बाँटे स,