रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
मुख मंडल में छायी जरदारी,
मुख मंडल में छायी जरदारी,
हाय लक्ष्मण हाय लक्ष्मण भाई,
हाय लक्ष्मण हाय लक्ष्मण भाई,
रोये दे दे किलकारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रात बीत गयी पिली पाती,
रात बीत गयी पिली पाती,
जी ज्या रहा मेरा सौ सौ घाटी,
मंने जीती बाजी हारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
जब पूछेगी सुमित्रा मैया,
जब पूछेगी सुमित्रा मैया,
के उत्तर दूँगा मैं भैया,
के उत्तर दूँगा मैं भैया,
मेरी तुम समझो लाचारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
सीता भी रावण के रह जा,
सीता भी रावण के रह जा,
लखन लाल चंदा सा बह जा,
लखन लाल चंदा सा बह जा,
मने तो एक मुश्किल भारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
भगत विभिक्षण मेरी शरण में,
भगत विभिक्षण मेरी शरण में,
राम चंद्र के बंध्या परण में,
राम चंद्र के बंध्या परण में,
मने इसकी चिंता भारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
कृष्णा लाल फँसा फंदे में,
यो ये लिखी भाग मंदे में,
ताने देंगे नर नारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
मुख मंडल में छायी जरदारी,
मुख मंडल में छायी जरदारी,
हाय लक्ष्मण हाय लक्ष्मण भाई,
हाय लक्ष्मण हाय लक्ष्मण भाई,
रोये दे दे किलकारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रात बीत गयी पिली पाती,
रात बीत गयी पिली पाती,
जी ज्या रहा मेरा सौ सौ घाटी,
मंने जीती बाजी हारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
जब पूछेगी सुमित्रा मैया,
जब पूछेगी सुमित्रा मैया,
के उत्तर दूँगा मैं भैया,
के उत्तर दूँगा मैं भैया,
मेरी तुम समझो लाचारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
सीता भी रावण के रह जा,
सीता भी रावण के रह जा,
लखन लाल चंदा सा बह जा,
लखन लाल चंदा सा बह जा,
मने तो एक मुश्किल भारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
भगत विभिक्षण मेरी शरण में,
भगत विभिक्षण मेरी शरण में,
राम चंद्र के बंध्या परण में,
राम चंद्र के बंध्या परण में,
मने इसकी चिंता भारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
कृष्णा लाल फँसा फंदे में,
यो ये लिखी भाग मंदे में,
ताने देंगे नर नारी,
नहीं बजरंग बली आये,
रैन या बीत गयी सारी,
नहीं बजरंग बली आये,
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