
भोले तेरी भक्ति का अपना ही
फागुन का उत्सव न्यारा।। FAGUN 2K22 BHAJAN,KUNAL BATHWAL,#youtube #fagansong2022 #shyambhajan2022
फागुन का मेला केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि प्रभु के प्रेम और भक्ति का वह रंग है जो हृदय को आनंद से भर देता है। खाटू की धरती, जहाँ श्याम का निशान लहराता है, भक्त के लिए वह तीर्थ है जहाँ हर कदम प्रभु के और करीब ले जाता है। निशान उठाना और जयकार लगाना केवल बाहरी कार्य नहीं, बल्कि उस अटूट विश्वास का प्रतीक है जो मन को प्रभु के रंग में रंग देता है। जैसे कोई उत्साही भक्त मेले की चहल-पहल में खो जाता है, वैसे ही श्याम की भक्ति में डूबा मन सांसारिक बंधनों को भूल जाता है।
श्याम के संग होली खेलना, रंग लगाना, और उन्हें अपना बनाना—यह प्रेम का वह सरल भाव है जो भक्त को प्रभु के साथ एक नन्हा सखा बना देता है। नीले, पीले, लाल रंगों की छटा केवल बाहरी नहीं, बल्कि उस आंतरिक उत्सव की झलक है जो प्रभु के प्रेम में डूबकर मन में जागता है। यह रंग प्रभु की कृपा का प्रतीक है, जो हर दुख को मिटाकर जीवन को उत्सव बना देता है।
Titles:-FAGUN KA UTSAV NYAARA फागुन का उत्सव न्यारा।।
Voice:-KUNALBATHWAL
Lyrics:-KUNAL BATHWAL