होली खेल रहे भोलेनाथ देखो गौरा के पीहर में भजन
होली खेल रहे भोलेनाथ, देखो गौरा के पीहर में।।
गौरा की बहन नीराली, वो वैष्णो जम्मू वाली,
करती रंगों की बरसात, देखो गौरा के पीहर में।।
होली खेले भोलेनाथ।।
गौरा की बहन नीराली, वो काली कलकत्ते वाली,
वो भीग रही खुद साथ, देखो गौरा के पीहर में।।
होली खेले भोलेनाथ।।
गौरा की बहन नीराली, वो ज्वाला हिमाचल वाली,
भोले हँस के करते बात, देखो गौरा के पीहर में।।
होली खेले भोलेनाथ।।
गौरा की बहन नीराली, वो सीता जनकपुर वाली,
होली खेले सारी रात, देखो गौरा के पीहर में।।
होली खेले भोलेनाथ।।
गौरा की बहन नीराली, हाजी हरिद्वार वाली,
खेले पकड़-पकड़ के हाथ, देखो गौरा के पीहर में।।
होली खेले भोलेनाथ।।
गौरा की बहन नीराली, वो नैनीताल वाली,
भर रही रंगों की परात, देखो गौरा के पीहर में।।
होली खेले भोलेनाथ।।
गौरा की बहन नीराली, वो विंध्याचल वाली,
बोली "तू डाल, मैं पात", देखो गौरा के पीहर में।।
होली खेले भोलेनाथ।।
गौरा की बहन नीराली, वो तुलसी जी मतवाली,
जैसे लहरें हवा के साथ, देखो गौरा के पीहर में।।
होली खेले भोलेनाथ।।
होली भजन ~ होली खेल रहे भोलेनाथ देखो गौरा के पीहर मे....../ shiv charcha/ Bhakti Bhajan Mithas #Holi