भज हूँ रे मन श्री नंद नंदन भजन लिरिक्स Bhaj Hoon Re Man Shri Nand Nandan Bhajan Lyrics Jagjit Singh Bhajan
भज हूँ रे मन श्री नंद नंदन,
अभय चरण अरविंद रे,
दुर्लभ मानव जनम सतसंगे,
तर आये भव सिंध रे,
शीत आ तप मात बरीशन,
एह दिन यामनी जाग रे,
विफले से बिनु कृपण दुर्जन,
चपल सुख नव लाग रे,
श्रवण र्कीतन स्मरण वंदन,
बाद से मन दास रे,
पूजन सकी जन आत्म निवेदन,
गोविन्द दास अभिलाष रे,
अभय चरण अरविंद रे,
दुर्लभ मानव जनम सतसंगे,
तर आये भव सिंध रे,
शीत आ तप मात बरीशन,
एह दिन यामनी जाग रे,
विफले से बिनु कृपण दुर्जन,
चपल सुख नव लाग रे,
श्रवण र्कीतन स्मरण वंदन,
बाद से मन दास रे,
पूजन सकी जन आत्म निवेदन,
गोविन्द दास अभिलाष रे,
भज हूँ रे मन श्री नंद नंदन भजन लिरिक्स Bhaj Hoon Re Man Shri Nand Nandan Bhajan Lyrics
Bhaj Hun Re Mana
Bhaj Hun Re Man Shri Nand Nandan,
Abhay Charan Aravind Re .
Durlabh Maanav Janam Satasange,
Tar Aaye Bhav Sindh Re .
Shit Aa Tap Maat Barishan,
Eh Din Yaamani Jaag Re .
Viphale Se Binu Krpan Durjan,
Chapal Sukh Nav Laag Re .
Shravan Rkitan Smaran Vandan,
Baad Se Man Daas Re .
Pujan Saki Jan Aatm Nivedan,
Govind Daas Abhilaash Re .
Bhaj Hun Re Man Shri Nand Nandan,
Abhay Charan Aravind Re .
Durlabh Maanav Janam Satasange,
Tar Aaye Bhav Sindh Re .
Shit Aa Tap Maat Barishan,
Eh Din Yaamani Jaag Re .
Viphale Se Binu Krpan Durjan,
Chapal Sukh Nav Laag Re .
Shravan Rkitan Smaran Vandan,
Baad Se Man Daas Re .
Pujan Saki Jan Aatm Nivedan,
Govind Daas Abhilaash Re .
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