देश अपना भारत इस धरती में सबसे न्यारा लिरिक्स Desh Apna Bharat Is Dharti Me Sabse Nyara Bhajan Lyrics
देश अपना भारत इस धरती में सबसे न्यारा
कही कल कल नदिया पुकारे कही पर्वत करे इशारे
अपनापन यहाँ है फ़िज़ा में मिले लोग यहाँ सभी प्यारे
देश अपना भारत इस धरती में सबसे न्यारा
कोई उर्दू कहे कोई हिंदी कोई पंजाबी कोई सिंधी
सुन्दर संस्कृति के यहाँ की मिलजुल रहते हे सारे
कही कल कल नदिया पुकारे कही पर्वत करे इशारे
अपनापन यहाँ है फ़िज़ा में मिले लोग यहाँ सभी प्यारे
कश्मीर से कन्याकुमारी यात्रा ये अनूठी हमारी
करके भारत के दरशन हुई धन्य भाग हमारे
कही कल कल नदिया पुकारे कही पर्वत करे इशारे
देश अपना भारत इस धरती में सबसे न्यारा
कही कल कल नदिया पुकारे कही पर्वत करे इशारे
अपनापन यहाँ है फ़िज़ा में मिले लोग यहाँ सभी प्यारे
देश अपना भारत इस धरती में सबसे न्यारा
कोई उर्दू कहे कोई हिंदी कोई पंजाबी कोई सिंधी
सुन्दर संस्कृति के यहाँ की मिलजुल रहते हे सारे
कही कल कल नदिया पुकारे कही पर्वत करे इशारे
अपनापन यहाँ है फ़िज़ा में मिले लोग यहाँ सभी प्यारे
कश्मीर से कन्याकुमारी यात्रा ये अनूठी हमारी
करके भारत के दरशन हुई धन्य भाग हमारे
कही कल कल नदिया पुकारे कही पर्वत करे इशारे
देश अपना भारत इस धरती में सबसे न्यारा
Patriotic Songs देशभक्ति गीत/गाने
Desh Apna Bharat Iss Dharti Mai Sabse Nyara
Kahi Kal Kal Nadiya Pukare Kahi Parvat Kare Ishare
Apnapan Yaha Hai Fiza Mai Mile Log Yaha Sabhi Pyare
Desh Apna Bharat Iss Dharti Mai Sabse Nyara
Koi Urdu Kahe Koi HIndi Koi Punjabi Koi Sindhi
Sundar Sanskriti Ke Yaha Ki Miljul Rehte Hai Sare
Kahi Kal Kal Nadiya Pukare Kahi Parvat Kare Ishare
Apnapan Yaha Hai Fiza Mai Mile Log Yaha Sabhi Pyare
Kashmir Se Kanyakumari Yatra Ye Anuthi Hamari
Karke Bharat Ke Darshan Hue Dhanya Bhaag Hamare
Kahi Kal Kal Nadiya Pukare Kahi Parvat Kare Ishare
Desh Apna Bharat Iss Dharti Mai Sabse Nyara
Kahi Kal Kal Nadiya Pukare Kahi Parvat Kare Ishare
Apnapan Yaha Hai Fiza Mai Mile Log Yaha Sabhi Pyare
Desh Apna Bharat Iss Dharti Mai Sabse Nyara
Koi Urdu Kahe Koi HIndi Koi Punjabi Koi Sindhi
Sundar Sanskriti Ke Yaha Ki Miljul Rehte Hai Sare
Kahi Kal Kal Nadiya Pukare Kahi Parvat Kare Ishare
Apnapan Yaha Hai Fiza Mai Mile Log Yaha Sabhi Pyare
Kashmir Se Kanyakumari Yatra Ye Anuthi Hamari
Karke Bharat Ke Darshan Hue Dhanya Bhaag Hamare
Kahi Kal Kal Nadiya Pukare Kahi Parvat Kare Ishare
Desh Apna Bharat Iss Dharti Mai Sabse Nyara