इक बार भजन करले मुक्ति का यतन करले

इक बार भजन करले मुक्ति का यतन करले

 एक बार भजन कर ले, मुक्ति का यत्न कर ले,
कट जाएगी चौरासी, तू राम भजन कर ले।।
एक बार भजन कर ले...।।

यह चोला मानुष तन का, हर बार नहीं मिलता,
जो गिर गया डाली से, वह फूल नहीं खिलता।।
है वक्त के ओ बंदे, तू राम भजन कर ले,
कट जाएगी चौरासी, तू राम भजन कर ले।।
एक बार भजन कर ले...।।

कानों से अरे नर, तू सुन ले अमृत वाणी,
इस मन को मार करके, बना तू पूरा ज्ञानी।।
अब गुरु शरण में तू, जीवन को सफल कर ले,
कट जाएगी चौरासी, तू राम भजन कर ले।।
एक बार भजन कर ले...।।

यूँ व्यर्थ गंवाना न, जीवन की ये घड़ियां,
अनमोल रत्न हैं ये, मेरी सांसों की लड़ियां।।
जीवा न चले मुख से, तू नाम जपना कर ले,
कट जाएगी चौरासी, तू राम भजन कर ले।।
एक बार भजन कर ले...।।

दीवानों की टोली में, तू नाम लिखा अपना,
फिर साफ़ नज़र आए, जीवन है एक सपना।।
इस झूठी दुनिया से, बचने का यत्न कर ले,
कट जाएगी चौरासी, तू राम भजन कर ले।।
एक बार भजन कर ले...।।


Ek Bar Bhajan Kar Le - Hasmukh Bhai Shanaishwra
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