शंकर शिव शम्भु साधु संतन हितकारी भजन लिरिक्स SHANKAR SHIV SHAMBHU SADHU Bhajan Lyrics

शंकर शिव शम्भु साधु संतन हितकारी भजन लिरिक्स SHANKAR SHIV SHAMBHU SADHU Bhajan Lyrics Shiv Bhajan Lyrics 

 
शंकर शिव शम्भु साधु संतन हितकारी भजन लिरिक्स SHANKAR SHIV SHAMBHU SADHU Bhajan Lyrics

शंकर शिव शम्भु साधु संतन हितकारी ॥
लोचन त्रय अति विशाल सोहे नव चन्द्र भाल ।
रुण्ड मुण्ड व्याल माल जटा गंग धारी ॥
पार्वती पति सुजान प्रमथराज वृषभयान ।
सुर नर मुनि सेव्यमान त्रिविध ताप हारी ॥
शंकर शिव शम्भु साधु संतन हितकारी ॥
लोचन त्रय अति विशाल सोहे नव चन्द्र भाल ।
रुण्ड मुण्ड व्याल माल जटा गंग धारी ॥
पार्वती पति सुजान प्रमथराज वृषभयान ।
सुर नर मुनि सेव्यमान त्रिविध ताप हारी ॥





आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
+

एक टिप्पणी भेजें