Aarambh Me Tu Hi Anant Tu Hi Bhajan
आरम्भ तू ही अनंत तू ही, आदि तू ही अनंत तू ही,
ज्योत तेरी मन मंदिर में जले, तेरी भक्ति भक्तों मैं पले,
मेरे लफ्जों की गूँज में, हर दम तेरी जय जय निकले,
बन जाएँ बिगड़े सारे काम, जो बोले जय जय श्री राम,
बन जाएँ बिगड़े सारे काम, जो बोले जय जय श्री राम,
जय श्री राम बोलो जय श्री राम,
जय श्री राम बोलो जय श्री राम,
तेरे नाम का जिसने सहारा लिया, दुखों ने उससे किनारा किया,
जय सिया राम बोलो जय सिया राम, दशरथ नंदन जय सिया राम,
जिसने किया तुझको प्रणाम, उसके रुके ना कोई काम,
जय सिया राम बोलो जय सिया राम, दशरथ नंदन जय सिया राम,
बन जाएँ बिगड़े सारे काम, जप ले श्री राम का नाम,
बन जाएँ बिगड़े सारे काम, जप ले श्री राम का नाम,
जय श्री राम बोलो जय श्री राम,
जय श्री राम बोलो जय श्री राम,
तारों से ज्यादा तारीफ़ तेरी, सादगी जमीं आसमान से बड़ी,
जय सिया राम बोलो जय सिया राम, दशरथ नंदन जय सिया राम,
तेरी नजर जिसपे पड़ी, जिंदगी उसकी खुशियों से भरी,
जय सिया राम बोलो जय सिया राम, दशरथ नंदन जय सिया राम,
बन जाएँ बिगड़े सारे काम,मुक्ति मिले जपो राम का नाम,
बन जाएँ बिगड़े सारे काम,मुक्ति मिले जपो राम का नाम,
जय श्री राम बोलो जय श्री राम,
जय श्री राम बोलो जय श्री राम,
आरम्भ तू ही अनंत तू ही, आदि तू ही अनंत तू ही,
ज्योत तेरी मन मंदिर में जले, तेरी भक्ति भक्तों मैं पले,
मेरे लफ्जों की गूँज में, हर दम तेरी जय जय निकले,
बन जाएँ बिगड़े सारे काम, जो बोले जय जय श्री राम,
बन जाएँ बिगड़े सारे काम, जो बोले जय जय श्री राम,
जय श्री राम बोलो जय श्री राम,
जय श्री राम बोलो जय श्री राम,
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