जरा तो इतना बता दो प्रीतम भजन
जरा तो इतना बता दो प्रीतम,
लगी ये कैसी लगा रहे हो
मुझी में रह कर मुझी से अपनी ये,
खोज कैसी करा रहे हो,
हृदय में तुम हो, तुम्हीं हो प्रीतम,
हृदय में तुम हो, तुम्हीं हो प्रीतम,
प्रेम भी तुम हो, तुम्हीं हो प्रेमी,
प्रेम भी तुम हो, तुम्हीं हो प्रेमी,
पुकारता दिल तुम्हीं को,
क्यों फिर जब दिल में ही समां रहे हो,
जरा तो इतना बता दो प्रीतम,
लगी ये कैसी लगा रहे हो
मुझी में रह कर मुझी से अपनी ये,
खोज कैसी करा रहे हो,
प्राणों में तुम हो, तुम्हीं हो धड़कन,
प्राणों में तुम हो, तुम्हीं हो धड़कन,
दृष्टी भी तुम हो, तुम्हीं हो नयनन,
दृष्टी भी तुम हो, तुम्हीं हो नयनन,
तुम्हीं को पाकर तुम्हीं को ढूँढू,
जब दिल में ही समां रहे हो
जरा तो इतना बता दो प्रीतम,
लगी ये कैसी लगा रहे हो
मुझी में रह कर मुझी से अपनी ये,
खोज कैसी करा रहे हो,
भाव भी तुम हो, तुम्हीं हो रचना,
भाव भी तुम हो, तुम्हीं हो रचना,
संगीत तुम हो, तुम्हीं हो रसना,
संगीत तुम हो, तुम्हीं हो रसना,
महिमा तुम्हारी तुम्हीं तो गाओ,
लीला ये कैसी दिखा रहे हो,
जरा तो इतना बता दो प्रीतम,
लगी ये कैसी लगा रहे हो
मुझी में रह कर मुझी से अपनी ये,
खोज कैसी करा रहे हो,
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