कान्हा मेरी लाज़ अनमोल है तेरे सिवा कौन इसे रखेगा भजन
कान्हा मेरी लाज़ अनमोल है,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
तुझे तो पता ही होगा, तुझे तो पता ही होगा,
इसका क्या मोल है,
कान्हा मेरी लाज़ अनमोल है,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
लाज गयी तो कुछ भी ना रह जाएगा,
ये दुखियारा जीते जी मर जाएगा,
कान्हा अन्धकार घनघोर है,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
कान्हा अन्धकार घनघोर है,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
तुझे तो पता ही होगा, तुझे तो पता ही होगा,
इसका क्या मोल है,
कान्हा मेरी लाज़ अनमोल है,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
एक सहारा सबको मिल ही जाता है,
पर मुझको तो वो भी नज़र नहीं आता है,
कान्हा मेरे हाथ कमज़ोर हैं,
तेरे सिवा कौन इसे पकड़ेगा श्याम,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
तुझे तो पता ही होगा, तुझे तो पता ही होगा,
इसका क्या मोल है,
कान्हा मेरी लाज़ अनमोल है,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
इसका जौहरी और कहीं ना पाया हूँ,
बनवारी मैं पास तुम्हारे लाया हूँ,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
तुझे तो पता ही होगा, तुझे तो पता ही होगा,
इसका क्या मोल है,
कान्हा मेरी लाज़ अनमोल है,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
कान्हा मेरी लाज़ अनमोल है,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
तुझे तो पता ही होगा, तुझे तो पता ही होगा,
इसका क्या मोल है,
कान्हा मेरी लाज़ अनमोल है,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
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