जिस पे किरपा की नज़र मेरा श्याम रखता है भजन
जिस पे किरपा की नज़र, मेरा श्याम रखता है,
तो कैसे, वो इस जग में, बताओ हार सकता है,
झुकने ना देगा, कभी जग में तुमको, तू रख मन में विस्वास ये,
तू रख मन में विस्वास ये,
इक बार ग्यारस, मे आ कर के खाटू, लगा देना अरदास ये,
लगा देना अरदास ये,
फिर गिरने ना देगा ये आँसू तेरी आँख से,
तो कैसे, वो इस जग में, बताओ हार सकता है,
अनहोनी को, होनी कर के दिखता, करता चमत्कार ये,
करता चमत्कार ये,
बिगड़ा मुक़द्दर, पल में बनाता, ऐसा है दिलदार ये,
ऐसा है दिलदार ये,
तेरे जीवन, की नैया को कर देगा, भव पार ये,
तो कैसे, वो इस जग में, बताओ हार सकता है,
टूटा कभी न किसी का भरोसा विस्वास जिसने किया,
एहसास अपने होने का "अमित" (गायक) को है इस ने दिया,
ये बेखौफ करता है करके मेहरबानियाँ,
तो कैसे, वो इस जग में, बताओ हार सकता है,
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।
|