(मुखड़ा)
कर दो दया दृष्टि,
सब पर भवानी,
हे मात मेरी, हे मात मेरी,
आए शरण में,
हम दुःख से हारे,
हे मात मेरी, हे मात मेरी,
कर दो दया दृष्टि,
सब पर भवानी,
हे मात मेरी, हे मात मेरी।।
(अंतरा)
हमको भरोसा है बस तुम्हारा,
संकट मिटा दो माँ तुम हमारा,
चिंतन करूँ मैं हरदम तुम्हारा,
सबसे पावन नाम तिहारा,
मुझपे करो माँ करुणा का साया,
हे मात मेरी, हे मात मेरी,
कर दो दया दृष्टि,
सब पर भवानी,
हे मात मेरी, हे मात मेरी।।
तुम चिंतापूर्णी, तुम चिंता हरती,
जो दर पे आए, तुम झोली भरती,
मैं भी खड़ी हूँ माँ तेरे द्वारे,
अँखियाँ ये मेरी, तुमको निहारे,
उपकार मुझ पर इतना माँ कर,
हे मात मेरी, हे मात मेरी,
कर दो दया दृष्टि,
सब पर भवानी,
हे मात मेरी, हे मात मेरी।।
तुम नैना देवी, तुम ही माँ ज्वाला,
नाम से तेरे, जग में उजाला,
मेरे हृदय में ज्योति जगाओ,
अंधकार जीवन का तुम मिटाओ,
अपना माँ दर्शन हमको दिखाओ,
हे मात मेरी, हे मात मेरी,
कर दो दया दृष्टि,
सब पर भवानी,
हे मात मेरी, हे मात मेरी।।
चरणों में अपने, मुझको बिठालो,
आँचल में अपने, हमको छुपा लो,
अवगुण हमारे, सारे विसारो,
मेरी ओर भी माँ, अब निहारो,
दाती ये सागर, तुझको पुकारे,
हे मात मेरी, हे मात मेरी,
कर दो दया दृष्टि,
सब पर भवानी,
हे मात मेरी, हे मात मेरी।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
कर दो दया दृष्टि,
सब पर भवानी,
हे मात मेरी, हे मात मेरी,
आए शरण में,
हम दुःख से हारे,
हे मात मेरी, हे मात मेरी,
कर दो दया दृष्टि,
सब पर भवानी,
हे मात मेरी, हे मात मेरी।।
(जयकारा)
जय-जय अंबे, जय-जय अंबे,
जय जगदंबे, जय-जय अंबे,
जय-जय अंबे, जय-जय अंबे,
जय जगदंबे, जय-जय अंबे।।